चुनावी बेरा म मनोरंजन के खदान हे “जीरो बनही हीरो”
Cine36. भारती वर्मा निर्देशित फिलिम ” जीरो बनही हीरो” मनोरंजन के अईसे डोज हे जेमा रोमांस, कॉमेडी अऊ चुनावी बेरा के जम्मो माहौल हे। काबर कि हमर प्रदेश म बछर के आखिर म चुनाव होवईया हे अऊ अईसे में ए फिलिम ल देखके रोमांच अऊ बाढ़ जाथे। भारती वर्मा पहली बार निर्देशन म उतरे हे अऊ पहिली बार के हिसाब ले उंखर काम ल सराहनीय कहे जा सकथे।
कहानी
एमा एक गांव के कहानी हे, जिहां अक्षय (मन कुरैशी) फिलिम म हीरो बने के सपना देखत रहिथे। काबर कि ए इच्छा उंखर मां (अंजलि चौहान) ले आए हे। बिहाव के पहिली घलो अक्षय के मां फिल्मी रिहिस। अक्षयअऊ मोहिनी (भूमिका दास) के संग फिलिम म किशन अऊ पूनम के जोड़ी हे। आर मास्टर ह मन के ममा बने हे। फर्स्ट हाफ म फिलिम म रोमांस अऊ कॉमेडी के जबर फोरन दे गे हे। फेर सेकंड हाफ म बेवस्था म बदलाव बताए गे हे। सरपंच (पूरन किरी) विकास करे के बदला भ्रष्टाचार म जादा धियान देथे। उहें रिटायर्ड फौजी (विक्रम राज) गांव के तरक्की चाहथे। कतनों बार सरपंच ले उलझ घलो जाथे। जब गांव के बदहाली के बात अक्षय ल पता चलथे त ओ ह घलो गांव म विकास के सारथी बन जाथे, फेर तब तक फौजी के हत्या सरपंच ह कर डरे रहिथे। एखर बाद अक्षय सरपंच के खेलाफ चुनाव लड़े के घोसना कर देथे। का अक्षय बाहुबल के आगू अपन माथा ल नवा लेथे…? या फेर चुनाव ल जीत जाथे…? अब एखर जवाब ल जाने बर आप मन ल फिलिम देखे ल पड़ही।
निर्देशन अऊ परिधान
निर्देशन म कसावट हे। कॉन्सेप्ट घलो क्लियर हे। फिलिम सुरू होए के कुछ बेरा बाद फ्लैश बैक हे। भारती वर्मा ह ओ निर्देशक मन ल सुघ्घर बुता करे हे जेखर तीर तीन ले चार फिलिम के अनुभव हे। फेर देखे जाए तो जेन आऊटपुट फिलिम ल मिलना चाही ओ नई मिल पा हे। दूर कोती परिधान के बाद करन त एमा भारती वर्मा के दखल रेहे हे। एक्ट्रेस के पैरी हो या फेर झुमका ओमन खुदे पसंद करे हे।
अभिनय
वईसे त मन अऊ भूमिका के संगे-संग किशन अऊ पूनम के जोड़ी खूबेच जमत हे फेर दूर कोती चीफ विलेन के तौर म पूरन किरी अपन जबर छाप छोड़े म कामयाब रेहे हे। छत्तीसगढ़ी फिलिम म उंखर पिहली फिलिम ए जेमा ओमन ल अतेक एक्सप्लोजर मिले हे। दूसर कोती आर मास्टर ह हंसाए म अपन जबर भूमिका निभाए हे। नकुल महल्वार के नानकून फेर रोल दमदार हे।
गीत–संगीत/बीजीएम / कैमरा
पांव के पैरी के संग कुछ गीत अच्छ सुघ्घर तरीका ले पिरोए गे हे। पांव के पैरी हालांकि कल्पना के गीत आए फेर सुघ्घर बन गे हे। बैकग्राउंड म्यूजिक घलो अच्छा हे। कैमरा फ्रेम अऊ एंगल ल घलो सराहनीय कहे जा सकत हे।
काबर देखे जाए
फिलिम केकॉन्सेप्ट अच्छा हे। राजनीति मे प्रहार हे। यदि आप मन हांसी-हांसी म मनोरंजन चाहत हो, मन कुरैशी के रोल देखना चाहत हो, किशन पूनम के जोड़ी देखना चाहत हो, अऊ आर मास्टर के कॉमेडी ल इन्जॉय करना चाहत हो त ए फिलिम ल आप मन देख सकत हो।
कमी
फिलिम कोनों-कोनों बेरा म धीमा हो जाथे, फेर कहानी ले कनेक्ट हो जाथे ज्यादा कुछ पता नई चल पाए। कुछ सीन बड़ सुघ्घर हे त कुछ सीन ल देख के लागथे कि ओला ठीक तरीका ले डेवलेप नई कर पाए हे। हो सकत हे समय के अभाव म अईसे होए होही।
मिलत हे अच्छा रिस्पॉन्स
भारती वर्मा के ए फिलिम के दर्शक मन घलो बड़ तारीफ करत हे। सिनेमाघरों म दर्शक मन भीड़ दिखत हे। एखर ले फिलिम बनईया मन के उत्साह घलो बाढ़ गे हे। भारती वर्मा कहिथे फिलिम लोगन मन ल पसंद आवत हे इही हमर सफलता हे। हमन एक नवा कॉन्सेप्ट लाए हन।
सरप्राईज गिफ्ट
फिलिम म एक पंच हे, जेन ल सरप्राईज के तौर म रखे गे हे। ए मन कुरैशी उपर फिल्माए गे हे। फिलिम म देखे म एमा मजा आही।
एक ले बढ़के एक गीत
गाना मन ह सिचुएशन के हिसाब ले हे। पहिली गाना अखंड..दबंग…ए ह दर्शक मन म जोश भर देथे। पांव के पैरी अऊ मोर हृदय मा परान, सुन न मोर कहना…दिल के धड़कन म समा जाते… मां तोर कर्जा… ए लोरी मां के महत्ता प्रकट करथे। कुल मिलाके जम्मो गाना सुघ्घर बन पड़े हे।
कमाल के लोकेशन
फिल्म के एक अऊ खास बात ओखर लोकेशन आए। फिलिम म गाना के शूटिंग म लोकेशन के बड़ खयाल राखे गे हे। लोकेशन देखके ही दिल गदगद हो जाथे। उहें बड़ सुघ्घर तरीका ले गाना मन ल फिल्माए गे हे।