रायपुर । धमतरी के कुरूद विकासखंड के बगदेही गांव के रहइया 4 महीना के जीवेश राजधानी के अस्पताल म जिंदगी अउ मउत ले जूझत हवय। उंखर एक हाथ गलके अलग हो चुके हे, दूसरा हाथ घलो गलत हवय। लइका के माता-पिता के आरोप हे के, ‘धमतरी के मित्तल अस्पताल के डॉक्टर मन के लापरवाही के सेती उंखर लइका के ए हालत होइस हे।’
रायपुर के अस्पताल म लइका के इलाज करवात मां-बाप ह बताइस के , ‘बुखार होय म 22 नवंबर के धमतरी म रायपुर रोड स्थित मित्तल अस्पताल म भर्ती करावाए रहेन, लेकिन इलाज के दउरान उंकर स्थिति अउ बिगड़गे।’
‘इंजेक्सन लगाए के बाद बिगड़िस हालत’
लइका के मां-बाप के आरोप हे के, ‘डॉक्टर मन के इंजेक्सन लगाए के पहिली तक लइका अच्छा रहिस हे, लेकिन इंजेक्सन लगे के बाद जीवेश के हाथ काला पड़गे अउ धीरे-धीरे गले लगिस। अउ बच्चा के हालत बिगड़त देख डॉक्टर मन ह दूसर ही दिन लइका ल रायपुर ले जाए के बात कह दीन।’
‘कर्ज लेके करवात हे लइका के इलाज’
जब मजबूर माता-पिता लइका ल ले के रायपुर आइन त इहां के अस्पताल म घलो लइका के कोनो खास इलाज नइ मिल पाइस, लिहाजा बच्चा के एक हाथ गलके अलग हो चुके हे, उहें दूसरा हाथ घलो गलत हवय।’ जीवेश के पिता मजदूरी करत हवय. अइसे म बच्चा के इलाज बर उमन डेढ़ लाख रुपिया के कर्ज लेय हवय, लेकिन अतना रुपिया खर्च होय के बाद भी लइका के हालत म कोनो सुधार नइ होइस हे। लिहाजा अब वो ह सासन ले मदद के मांग करिस हे।
जांच म हो ही खुलासा
ए मामला म परिजन ह आला अधिकारी मन ले घलो सिकायत करे गेहे। अब देखना हवय के जांच म डॉक्टर दोषी पाए जात हे या फेर ए कोनो बीमारी के वजह ले होए हे।