ए पंखुड़ी मन के ठंडा-ठंडा हवा खाना हे त ए स्पोर्ट्स मॉल म जावव
रायपुर। आप मन अबड़ अकन पंखा देखे होहूं। कोनो टेबल पंखा होही त कोनो सिलिंग। या फेर दीवार वाले। हवा घलो जोरदार आथे, लेकिन आज हम आप मन ल एक अनोखा पंखा के बारे म बतात हन। जे कहीं अउ नइ आप मन के सहर म ही लगे हे। खासियत हेके पंखा मन के पंखुड़ी दो- चार फिट के नइ, बल्कि 35 फिट के हे। ऊपर देखे बर गर्दन ल पूरा उठाना पड़थे। लगातार देखे ले आंखि घलो चुधियां जाथे। गजब के बात ए हे के एक बार चक्कर लगाए बर 15 सेकंड के समय लेथे। यानि एक मिनट म केवल चार चक्कर। अब आप मन सोचत हव के फेर हवा का देवत हो ही। बात ये है जनाब हवा त अइसे के हर कोना म बइठा व्यक्ति ल मिलथे। ए पंखुड़ी मन ले ठंडी-ठंडी हवा खाना हे ते एक बार राजधानी के विधानसभा रोड स्थित डेकाथलॉन स्पोर्ट्स मॉल म जावव। पंखा देखो आपके भी आंखी चउक जाही।
माल म 30 फिट वाले पंखुड़ी के छह पंखा
मॉल के कर्मचारी प्रशांत राठी ह बताइस के ए तरह के पंखा रायपुर म नइए। एला खासतउर म जापान ले मंगवाय गेहे। वजह ये हे के माल म एसी के अत्यधिक खरचा बचाना रहिस हे। संगे संगे 10 हजार स्वायर फिट के जगह के सफोकेसन घलो जरूरी रहिस हे । एखर सेती 30 फिट वाले पंखुड़ी के छह पंखा लगाए गेहे। एक-एक के कीमत पांच लाख रूपिया हे।
पंखुड़ी लंबी मगर सोर नइ
पंखे के पंखुड़ी अतना लंबा होय के बाद भी आवाज जरा से नइए। एक हार्स पावर के मोटर ले पंखा ल चलाय जाथे। पंखे के पंखुड़ी घलो जर्मन अयस्क ले तइयार करे गेहे। ताकि एमा जंग जरा भी न लग सकय।