छत्तीसगढ़ के 19 हजार गांव के नक्शा-खसरा हो इस ऑन लाइन
रायपुर । भू-अभिलेख मन के कम्प्यूटरीकरण बर छत्तीसगढ़ सरकार ह भुईयां परियोजना म जनता ल खसरा अउ बी-वन (खतौनी) जइसे महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध कराए के पक्का इंतजाम कर दे गेहे। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व म राज्य सरकार ह जमीन संबंधी लेन-देन अउ दस्तावेज मन के पारदर्शिता बढ़ाए बर अइसन कदम उठाइस हे। राज्य म लगभग बीस हजार गांव हवय। जेमा जस्व विभाग ह 19 हजार 131 गांव के नक्शा ल ऑन लाइन कर दिस हे। इहीं कड़ी म 19 हजार 460 गांव के खसरा अउ बी-वन ल घलो कम्प्यूटरीकृत कर ऑनलाइन कर दिस हवय।
राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ह शनिवार के बताइस कि कोनो भी व्यक्ति कहीं ले भी अपन जमीन संबंधी दस्तावेज मन ल इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन देख सकत हे। अउ सही समय म भूमि के स्थिति के घलो पता लगा सकत हे। अतका ही नइ बल्कि लोगन मन ल खसरा अउ बी-वन के डिजिटल हस्ताक्षरयुक्त प्रतिलिपि देय के योजना म भी तेजी ले काम होवत हवय। अब तक दो करोड़ 16 लाख 98 हजार 236 खसरा म ले एक करोड़ 65 लाख 38 हजार 626 खसरा के डिजिटल हस्ताक्षरवाली प्रतिलिपि ल ऑनलाइन कर दे गेहे। वोह बताइस कि प्रदेश म लगभग 77 प्रतिशत खसरा ऑनलाइन उपलब्ध हवय । एकर संग 58 लाख 55 हजार 666 बी-वन (खाता) म ले 38 लाख 86 हजार 858 अर्थात् करीब 67 प्रतिशत खाता (बी-वन) ल भी कम्प्यूटरीकृत करत हुए ऑनलाइन कर दे गेहे । राजस्व मंत्री ह कहिन कि विभाग ह एखर बर ‘भुईंयां’ और ‘भू-नक्शा’ नामक एप्प बनवाए हवय। जे ला लोगन मन अपन एंड्रायड मोबाइल फोन म डाउनलोड करे के बाद ओमा देय गे मार्गदर्शिका के अनुसार अपन वांछित अभिलेख मन ल देख सकत हे। अउ डाउनलोड कर सकत हे।