धरती के अस्तित्व ल बचाए बर जंगल जरूरी : डॉ रमन सिंह
रायपुर। सीएम डॉ. रमन सिंह विश्व वानिकी दिवस म बुधवार के राजधानी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम म आयोजित कारयशाला म शामिल होएसि। ए मउका म मुख्यमंत्री के बोन्साई के पौधे ले स्वागत करे गिस। सबले खास बात ये रिहिस हे कि जतका बरस भाजपा ल छत्तीसगढ़ म शासन म करत हो चुके हवय, उतके बरस ये बोंसाई पौधा हवय।
कार्यशाला म सीएम ह कहिन कि मार्च ले प्रदेश के अलग-अलग कोना ले पर्यावरण ल बचाए के मुहिम चलाए जात हे। जंगल मन के उपयोग न सिरफ धन बर करे जात हवय बल्कि येखर संरक्षण बर कराय वनांचल म रहइया गांव वाले करत हे। वनांचल क्षेत्र म रहइया मन जंगल ल छोड़के बुलाए म भी नइ आना चाहय । बीहड़ जंगल ले उंखर परम्पराएं जुड़े हे। मैं अपने निवास म 2500 लोगन मन के संग रहत हव। जेमा तोता, पक्षी अउ जानवर घलोक शामिल हे । परिवार म कुल 5 सदस्य हे। मोर घर म 52 आम, 50 ले जादा बेल के पेड़ हे। बेल के जूस पीए ले लोक सुराज म 14 साल ले धूप म घूमे के बाद भी सनस्ट्रोक नइ लगिस। हरियाली ल देखे मात्र ले स्वास्थ्य ठीक हो जाथे। मोर घर म मोला महसूस नइ होवय कि मैं शहर के बीचो बीच म रहत हवव। हरा भरा पेड़ मन ले आच्छादित हे मोर घर ह।
मुख्यमंत्री ह कारयशाला ल सम्बोधित करत हुए प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति मन के प्रबंधक मन के मासिक मानदेय 12 हजार रूपिया ले बढ़ाके 15 हजार रूपिया अउ 10 हजार तेन्दूपत्ता फड़ मुंशी मन ल फोकट मा सायकिल देय के घोषणा करिस हे। ये अवसर म चिपको आंदोलनकारी पद्मभूषण चंडीप्रसाद भट्ट ह कहिन कि पर्यावरण के स्थिति बड़े विकट हे। वन संरक्षण अउ वन संवर्धन बर सिरफ जंगल मन तक सीमित नइ रहना चाही। जे उपभोक्ता हे उंखर संग कारय करना चाही। बतादन कि सतत जीविकोपार्जन के आधार-वनोपज व्यापार म ये कारयशाला के आयोजन करे गेहे। कारयशाला म प्रदेश के डेढ़ हजार प्रतिनिधि शामिल होइस। जेमा चार जिला के यूनियन ल सीएम ह सम्मानित करिस।
समारोह की अध्यक्षता वन मंत्री महेश गागड़ा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में पर्यावरण विद् और पद्मभूषण से सम्मानित चण्डी प्रसाद भट्ट, उत्तराखण्ड राज्य ग्राम्य विकास एवं पलायन नियंत्रण आयोग के अध्यक्ष डॉ.एस.एस.नेगी, छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लघु वनोपज की बोनस राशि प्रदाय के पोस्टर एवं ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने लघु वनोपज के प्रचार-प्रसार के लिए तैयार की गई रथ को भी रवाना किया।
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