येखर सेती कहिस डॉ पाठक ह….लोगन मन ल छतीसगढ़ी म पढ़े लिखे अउ बोले बर पढ़ही
नवनीत शुक्ला, मुंगेली । “अपन जनम भूमि ल झन भुलव” ये कहना हे हमर छतीसगढ़ी राज भाखा आयोग के अध्यक्ष डॉ विनय पाठक के। छतीसगढ़ी म काम काज ल बढ़ावा देहे बर अउ छतीसगढ़ी ल राजभाखा के दरजा देवाय खातिर राजभाखा आयोग के गठन करे गे हे ताकि सरकारी कामकाज छतीसगढ़ी म हो सकय । एखर बर ज्यादा ले ज्यादा लोगन मन ल छतीसगढ़ी म पढ़े लिखे अव बोले बर पढ़ही । छतीसगढ़ी हमर लोक व्यवहार अउ संस्कृति म रचे बसे हे ।
छत्तीसगढ़ राजभाखा आयोग रायपुर के अध्यक्छ ( राज्य मंत्री के दर्जा ) डॉ विनय पाठक के उपस्थित म आज जिला मुख्यालय म अधिकारी अउ करमचारी मन ल छतीसगढ़ी के सम्बन्ध म प्रसिक्छन दिय गिस । जिला के मुखिया ह आयोजित प्रसिक्छन के सराहना करिस । अउ छतीसगढ़ी ल सरलता ले अपनाए जा सकथे कहिस ।ये अवसर म जिला पंचायत के मुख्य कारयपालन अधिकारी लोकेश चंद्राकर, डिप्टी कलेक्टर आर आर चुरेन्द्र, जिला शिक्षा अधिकारी एन के चंद्रा, संग साहित्यकार मन उपस्थित रहिन ।