विधान सभा चुनाव……ए कारन ले राजनीतिक पंडित के गणित सहीं नइ बइठत हे
रायपुर । छग म 90 विधानसभा के चुनाव संपन्न हो चुके हे। लोकतंत्र म मतदाता मन ह अपन राय घलो दे दीस हे। अब 11 दिसंबर के कोन जीतत हे.. कोन हारत हे, एखर फइसला हो जाही। लेकिन एखर पहिली संभावना ल लेके हर गली चउराहा मन म चरचा होवत हे। उहें राजनीतिक पंडित कागज पेन लेके कोन प्रत्यासील कतना वोट मिलही, एखर आंकलन घलो होवत हे। एती भाजपा ह 65 प्लस के आंकड़ा लेके सरकार बनाय के दावा करिस हे । उहें कांग्रेस अउ जोगी पार्टी घलो सरकार बनाय ल लेके आश्वस्त दिखत हे। बतादन के पहिली बार लोगन मन ह साइलेंट वोट करिन हे, जेखर कारन राजनीतिक पंडित के घलो गणित सहीं नइ बइठक हे।
ए मतदाता मन ह बदलाव के मूड म देखत हे। हालांकि ईवीएम म खराबी अउ कुछु नेता मन के तीर डुप्लीकेट ईवीएम मसीन पकड़ाय ले चुनाव परिनाम ल लेके नेता मन आसंकित हैं। अउ ये मामला म चरचा घलो होवत हे। अगर भाजपा चउथी बार सत्ता पाय म कामयाब होही , त कांग्रेसा मन के जेहन म ईवीएम ल लेके कसक बने रही। चुनाई के पहिली राजनीतिक दल मन ह ईवीएम मसीन म वोटिंग प्रभावित करे के आरोप लगा चुके हे, लेकिन येला सिध्द नई कर पाइस। लेकिन उमन ह चुनाव आयोग ले पुराना पद्धति वेलेट पेपर ले मतदान करे के मांग करे रहिन हे। जेला आयोग ह स्वीकार नइ करिस हे।
सट्टा बाजार म घलो सन्नाटा पसरे हे…… चुनाव के घोषणा होय के बाद सट्टा बाजार हावी हो जात रहिस हे। येखर संगे-संग पार्टी टिकट ल लेके एला मिलही ओला नइ मिलय ल लेके सट्टा बाजार म एक के दो लगात देखे गिस हे। लेकिन ए चुनाव म मतदाता मन के खोमासी के चलत सट्टा खाईवाल कोनो पक्छ म घलो सट्टा लगाय बर तइयार नइ हे।