बीजापुर. धर्म परिवर्तन ल लेके एक फेर आदिवासी मन म आक्रोस दिखाई देवत हे। आदिवासी मन अपन संस्कृति अउ देवी-देवता मन के उपासना छोड़ के दूसर धर्म अपनइया लोगन की पिटाई कर के मामला आघू आइस हे। दरअसल बस्तर के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बीजापुर जिला म गुरुवार के बिहनियां एक चर्च म गांव के लोगन नमन ह हमला कर दिस अउ उहां प्रार्थना करत 13 आदिवासी मन के बेदम पिटाई कर दीस। चर्च म हमला करइया घलो स्थानीय गांव के आदिवासी हवय। जे समुदाय के अन्य लोगन के इसाई धर्म स्वीकार करे ले नाराज हवय।
मिले जानकारी म बीजापुर जिला के बेदरे थाना क्षेत्र के गांव करकेली स्थित चर्च म बिहनिया प्रार्थना चलत रहिस हे। इहीं दउरान उहां ग्रामीन मन के भीड़ ह बलात प्रवेस करिन अउ प्रार्थना करत महिला, पुस्र्ष अउ बुजुर्ग मन उपर ताबड़तोड़ हमला सुरू कर दिस हे। ए घटना म 13 लोगन ल गंभीर चोट आए हे। सबो घायल मन ल उपचार बर अस्पताल म दाखिल कराया गिस हे। डॉक्टर मन के मुताबिक घटना म घायल मन के हालत अब खतरा ले बाहिर हे।
ए घटना के बाद गुरुवार के 40 लोग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए गिस अउ स्थानीय पुलिस ह सबो आरोपी मन ल गिरफ्तार कर लिस हे। घटना के बाद क्षेत्र म माहउल तनावपूरन बने हुए हे। । इसाई समुदाय के लोग घटना ले आक्रोसित हे। मारपीट करइया लोगन मन ए बात ले गुस्साअ हे के, अपन आदिवासी संस्कृति अउ देवी-देवता मन के उपासना छोड़ के कोनो अन्य देवता के प्रार्थना करत रहिन हे।
दरअसल छत्तीसगढ़ म धर्मांतरन एक बड़ा मुद्दा लंबा समय ले चलत आवत हे। इहां अंग्रेज मन के बेरा ले ही इसाई मिसनरी धर्म प्रचार बर आए अउ आदिवासी समुदाय के लोगन के धर्मांतरन कराइस। ए धर्मांतरन लोगन मन ह अपन स्वेच्छा से स्वीकार करिन लेकिन आदिवासी होए के फायदा ले बर नइ छोड़िन। धर्मांतरन ल लेके आदिवासी मन के बीच ही मतभेद हवय।
अपन संस्कृति ल लेके काफी गंभीर रहइया आदिवासी नइ चाहय के उंखर समुदाय के लोग अपन पारंपरिक देवी-देवता मन ल छोड़के कोनो अउ के आराधना करय। राज्य के उत्तरी सरगुजा संभाग म जशपुर अउ अम्बिकापुर इसाई मिशनरीज के प्रमुख केंद्र हे। उहें दक्षिन छत्तीसगढ़ क बस्तर म बीजापुर, जगदलपुर अउ सुकमा म बड़ संख्या म इसाई समुदाय के लोग लंबे समय ले रहत हे।