छत्तीसगढ़ में राज्य सभा चुनाव म दिनभर चलिस दांव पेंच
0 माफी के आड़ म नइ डालिस अमित, आर के अउ सियाराम ह वोट
जय जोहार/रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा शुक्रवार के राज्यसभा की एकमात्र सीट बर मतदान होइस । चुनाव म 90 विधायक ल मत दे दे अधिकार रिहिस हे। जेमा 87 झन ह अपन मताधिकार के प्रयोग करिस । भाजपा के शतप्रतिशत विधायक मन ह ने वोट दे हे। एती कांग्रेस के दू निष्काशित अमित जोगी, आरके राय अउ एक निलंबित विधायक सियाराम कौशिक ह चुनाव के बहिष्कार करिस हे। उंहे भाजपा अउ कांग्रेस ह एक -दूसरे के विधायक मन उपर नियम के उल्लघंन करे के शिकायत चुनाव आयोग ल करत हुए मत रद्द करे के मांग करिस हे। ये चुनाव म भाजपा के डॉ. सरोज पांडेय के कांग्रेस के लेखराम साहू ले सीधा मुकाबला हवय।
शिव रतन ह करिस अनिला के वोट खारिज करे मांग
मतदान शुरू हो के ठीक बाद बीजेपी के पोलिंग एजेंट शिवरतन शर्मा ह कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया के मत म आपत्ति जताइस हे। ओ ह निर्वाचन अधिकारी मन के समक्ष आपत्ति लगात हुए अनिला भेड़िया के मत ल खारिज करे तके मांग करिस।
शर्मा ने कहिना हे कि निर्वाचन प्रावधान मन मतदाता केवल अपने पोलिंग एजेंट ल अपन मत दिखा सकत हे , लेकिन अनिला ह अपन मत ल सार्वजनिक कर दिस । मैं खुद ह ओखर मत ल देखे हव। नियमानुसार अइसे मत ल खारिज करे के प्रावधान हे । मैं ह अपन ओर ले आपत्ति लगा दे हव। अब चुनाव आयोग ह येखर फैइसला करही।
पूनिया के माफी के शरत के नाम पर वोट नइ दिस जोगी, राय अउ कौशिक ह
कांग्रेस ले निष्काशित विधायक अमित जोगी, आरके राय व निलंबित विधायक सियाराम कौशिक ह कांग्रेस आलाकमान के आगू शरत रखिस कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ह उमन ल लिखित म माफी मांगय, तभे उमन ह कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष म वोट करही। जे ला पुनिया ह नाकार दिस हे। एखर सेती ये तीन विधायक मन ह चुनाव के बहिष्कार करत हुए वोट नइ डालिस हे।
भाजपा के चार विधायक मन के मत खारिज करे बर कांग्रेस लगाइस आवेदन
कांग्रेस ह चुनाव आयोग ल लिखित शिकायत देके बीजेपी के चार एमएलए के वोट ल निरस्त करे के मांग करे हे। राज्यसभा उम्मीदवार लेखराम साहू ह आयोग ल लिखित मे शिकायत की है कि बीजेपी के विधायक प्रेमप्रकाश पांडेय, बद्रीधर दीवान, रमशीला साहू अउ अशोक साहू ह निर्वाचन नियम मन के उल्लंघन करिस हे। कांग्रेस ह कहिस कि मतदान के दउरान बीजेपी विधायक बद्रीधर दीवान, प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशीला साहू अउ अशोक साहू ह अपन मतपत्र पार्टी के वोटिंग एजेंट ल नइ दिखाय हे। चुनाव आयोग ले करे गे शिकायत म कांग्रेस ह कहिस कि वोटिंग एजेंट ल आवाज देकर मतपत्र देखे के नौबत आ गिस। निर्वाचन नियम मन म कोनो भी मतदाता ह अपन मतपत्र पार्टी के अधिकृत वोटिंग एजेंट ल नइ दिखाय तो वो मत अवैध माने जाथे।