किसान मन के माथा म पड़ गे चिंता के लकीर.. काबर? पढव पूरा खबर..
नवनीत शुक्ला मुंगेली
एक कती पानी गिरे म देरी अउ खातू ,बीजहा के कमी ह किसान मन ल ये सोचे बर मजबूर कर दे हे की का होही ओखर। प्रदेश सरकार के दे बोनस ह किसान ल राहत तो दिस पर विभाग के लापरवाही ह सब गुड़ गोबर कर दिस।
आज किसान मन ल सुसायटी जाय म आस्वाशन छोड़े कुछु नही मिलय। जब सुसायटी प्रबंधक ले जब पूछे गिस तव ओखर कहना रहिस की खातू म तकलीफ कम हे पर बीज के खत्म होना चिन्ता के बात हे। विभाग के अधिकारी ल ये बात बता दिए गे हे कुछ दिन म बीज आ जाहि। 15 दिन ले बीज ह खत्म हो गये हे। जब विभाग के अधिकारी ले ये बात के जानकारी लिए गिस तब ओखरो जवाब यही मिलिस। किसान मन के चिंता म हमर स्थानीय विधायक अउ प्रदेश सरकार म मंत्री पुन्नू लाल मोहल शांत नजर आवत हे। नही तव मंत्री जी के दखल म परिणाम कुछु दूसर होतिस। अब तव भगवान ही मालिक हे किसान मन के। जहाँ खातू अउ बीजहा रखे जाथे ओ भवन के दशा तक ह दयनीय हे। अंदाजा यही बात ले लगाए जा सकते कि विभाग कतका सजग हे किसान मन बर।
” बीज ह खत्म हो गे है बीज निगम ल सूचना भेज दिए गे हे जल्द ही व्यवस्था कर लिए जाहि। अगर समय म व्यवस्था नही हो पाईस तव चिंता के कोई बात नही किसान मन अपन पुराना बीज ल 17% नमक के घोल म डूबा के उपयोग कर सकथे ।
“आर एस कश्यप वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी”