बनदेवी के बहिनी आय माँ अन्गार मोती, संतान प्राप्ती होथे दर्शन मात्र ले, छः सौ साल पुराना आय मंदिर
जय जोहार रायपुर.. रायपुर ले बस्तर जाय के रददा म हे धमतरी अऊ उन्हा ले एक सडक जाते गंगरेल बाँध, बाँध के डूबान म हे माँ अंगार मोती के मंदिर , इन्हा के मान्यत दूर दूर तक हे इन्हा ओमन ल संतान के प्राप्ती होते जेन मन औलाद के सुख ले वंचित होथे, दर्शन मात्र ले हर मनोकामना पूर्ण होथे इन्हा, बता दन कि गंगरेल म बाँध बने के छह सौ साल पहिली ले इन्हा माता के उपस्थिती रिहिस लेकिन बाँध निर्माण के कारण मंदिर डूब गे रिहिस.
बाद म माता ह फेर प्रगट होईस अऊ भक्त मन ल दर्शन दिस, जिन्हा माता के ये मंदिर आय ओला चंवर गाँव कथे, उन्नीस सौ बहत्तर के फेर मंदिर के स्थापना होईस, इन्हा माँ अंगार मोती के संग शीतला, दंतेश्वरी अऊ भैरव बाबा के भी मन्दिर आय, इन्हा के मान्यता हे कि सच्चा मन ले अगर मनोकामना मांग के नारियल बाँध दिए जाय त ओखर मनोकामना जरूर पूरा होथे, माँ अंगार मोती अंगारा ऋषि के पुत्री आय अऊ बनदेवी के बहिनी आय.