सराब पीए म छत्तीसगढ़ अव्वल हे ए बरिस, सरकार घलो होइस मालामाल
रायपुर : छत्तीसगढ़ म सराबबंदी होए न होए लेकिन सराबि मन के सबले जादा तादाद छत्तीसगढ़ मेहे. सराब सेवन ल लेके करेगे सर्वे म छत्तीसगढ़ सराब सेवन के आंकड़ा मन म पूरा देस म अव्वल हे. एखर द त्रिपुरा, पंजाब, अरुणाचल प्रदेस अउ गोवा म सराब के सबले जादा खपत होवत हे.
दरअसल सामाजिक न्याय अउ अधिकारिता मंत्रालय ह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के संग मिलके ‘प्रिवेंशन एंड एक्सटेंट ऑफ सब्सटेंस यूज इन इंडिया’ सीरसक के संग ए सरवे करिस हे. जेमा सराबबंदी के तइयारी मन के बीच म बड़ दिलचस्प आंकड़ा देखे बर मिलिस हे.
34 दिन म लोगन ह 125.54 करोड़ रुपिया के सराब पी गिस
यदि रायपुर के बात करे जाए तो रायपुरवासी रोजाना करीब 3 करोड़ 69 लाख के सराब पी जाथे. जिला म पाछू बरिस 17 दिसंबर ले ए बरिस 20 जनवरी के बीच म मात्र 34 दिन म लोगन 125.54 करोड़ रुपिया के सराब पी गिन.
आबकारी मंत्री ह दीस जानकारी
ऐ जानकारी विधानसभा म आबकारी मंत्री कवासी लखमा ह एक लिखित प्रश्न के जवाब म दे हे. मंत्री लखमा ह बताइस हे, ‘सराब ले रायपुर के बाद दुर्ग म सबले जादा 76.55 अउ बिलासपुर म 56.50 करोड़ रुपिया के राजस्व प्राप्त होइस. वित्तीय बछर 2018-19 म 31 दिसंबर तक राज्य म सरकार ह आबकारी विक्रय करके 3188.63 करोड़ रुपिया के राजस्व प्राप्त करे हे.’
देस के कुल 14.6 फीसदी आबादी करथे सराब के सेवन
सर्वे के मुताबिक ए बात के घलो खुलासा होइस हे के भारत म 10 बरिस ले लेके 75 साल के उम्र के करीब 16 करोड़ लोग नसा बर सराब के सेवन करथे. ए सरवे देस के सबो राज्य अउ केंद्र सासित प्रदेस मन म करे गिस हे.
सरवे म 186 जिला के 2 लाख 111 घर मन ले करीब पौने पांच लाख लोगन ले बातचीत के करे गिस. जेमा ए जानकारी प्राप्त होइस के देस के कुल 14.6 फीसदी आबादी सराब या एल्कोहल के सेवन करत हवय.