
सीएम साय ने सेना के पराक्रम को किया नमन, ‘ऑपरेशन महादेव’ को सराहा
रायपुर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन में 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बायसरण घाटी में हुए आतंकी हमले के तीनों मुख्य गुनहगारों—सुलेमान उर्फ आसिफ, जिब्रान और हमजा अफगानी—को मार गिराया गया। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की थी, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस सफलता को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने सेना के पराक्रम को नमन किया है..
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन महादेव की शुरुआत 22 मई 2025 को हुई, जब खुफिया सूचनाओं के आधार पर दाचीगाम के घने जंगलों में आतंकियों की मौजूदगी का पता चला। भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स, 24 राष्ट्रीय राइफल्स, 4 पैरा, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सटीक योजना के साथ 28 जुलाई को लिडवास इलाके में कार्रवाई की। सैटेलाइट फोन के सिग्नल और स्थानीय इनपुट्स के आधार पर आतंकियों को घेरा गया। छह घंटे की भीषण मुठभेड़ में तीनों आतंकी ढेर हुए, जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान भी शामिल था। मुठभेड़ स्थल से एम4 कार्बाइन, दो एके-47 राइफल्स, 17 ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए गए।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है। यह कार्रवाई न केवल आतंकियों को सजा देने का सबूत है, बल्कि भारत की अखंडता और शांति के लिए एक मजबूत संदेश भी है। सुरक्षाबलों का यह पराक्रम हर भारतीय के हृदय में गर्व और विश्वास जगाता है। ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि अन्य आतंकियों के छिपे होने की आशंका है।