“मोर बेटा ल खूब पड़ताड़ित करिस चौकी प्रभारी…नई मरतिस त का करतिस”
….कांस्टेबल यज्ञ की मउत को लेकर परिजनों का TI और चौकी प्रभारी पर सनसनीखेज आरोप….
रायपुर. मोर बेटा मर गे..नई मरतिस तो का करतिस…ओला पड़ताड़िस इतना करत रहिस….छुट्टी घलो नहीं देवत रहिस….येखर पाप त जरूर लगही ओला…..थाना परिसर म खुद ल आग के हवाले करईया कांस्टेबल यज्ञ साहू के शव जब घर पहुंचिस त पूरा गांव गम म डूब गिस… एती घर म नवविवाहिता रह-रहकर बेसुध होवत रिहिस हे. …मां-बाप के घलो हाल बेहाल रिहिस हे…कभू फूट-फूटके रोतिन..त दूसर ही पल अपन बेटा के आत्महत्या बर मजबूर करईया अफसर मन ल कोसतिन.
वइसे त यज्ञ साहू के मऊत हर पहिली घलो थाना प्रभारी ल जुम्मेदार बताय जात रिहिस हे, लेकिन रविवार के मऊत के बाद परिजन मन ह जे तरह ले गिधपुरी थाना चऊकी के प्रभारी अश्वनी पौडवार ऊपर आरोप लगाइस हे, वो अब्बड़ चऊकाने वाला रिहिस हे.
यज्ञ साहू ह 23 मार्च के गिदपुरी थाना चऊकी म खुद ल आग लगालिस हे, जेखर बाद इलाज के दउरान 31 मार्च के उंखर मऊत होगिस. यज्ञ साहू के मऊत के बाद मंगलवार के दुपहर उंखर शव बलौदाबाजार जिला के पवनी गांव लाय गिस. गांव के लाड़ला यज्ञ के शव के संग ही पूरा गांव उमड़ पड़िस। यज्ञ साहू ह 6 साल पहिली पुलिस म ज्वाइऩ करे रिहिस हे. यज्ञ साहू के पोस्टिंग कुछु दिन पहिली ही गिधपुरी पुलिस चउकी म होय रिहिस हे. एखर पहिली आरक्षक यज्ञ साहू गिरौदपुरी थाना म पदस्थ रिहिस हे.
यज्ञ साहू के मां ह बिलखत हुये कहिन के, यज्ञ जब गिरौदपुरी थाना चउकी म पदस्थ रिहिस हे तभो थाना इंचार्ज एएसआई अश्वनी पड़वार ओला रोजेच परेसान करत रिहिस हे. अउ फेर ओखर मन नई भरिस त उंखर तबादला गिदपुरी चऊकी म करवा दिस… परिजन मन के आरोप हे के अश्विनी पड़वार ह गिदपुरी चऊकी प्रभारी ल घलो फ़ोन करके आरक्षक ल परेसान करे अउ रगड़ के ड्यूटी कराए बर बोलित रिहिस हे. इहां तक ररीक्षा बर घलो छुट्टी नई दे गिस. छुट्टी के बात कहे म ओखर संग गाली- गलउज करे जात रिहिस हे. हद त तब हो गिस जब उंखर खाना तक बंद कर देय गिस. ये प्रताड़ना हद ले जियाया होइस त 23 मार्च के यज्ञ साहू के सब्र टूट गिस अउ ओ ह आत्मदाह कर लिस.
एक कोती जिहां पुलिसकर्मी मन ल सुविधा अउ सहुलियत बर सरकार नित नवा कोशिश करत हे. दूसर कोती पुलिस अफसर ह अपन अधीनस्थ मन के संग जानवर जइसे सलूक करत हवय. सप्ताहिक अवकाश त छोड़व अपन हक के छुट्टी बर ओला गिड़गिड़ाना पड़य. छुट्टी मांगे म गाली सुने बर मिलय. अइसे म सवाल त ये हवय के यज्ञ के तीर अउ चारा का बचे रिहिस सिवाय आत्मदाह के.
भले अधिकारी मन ह आरोप मन के जांच करे के बात करत हे. थोड़किन सोचव ये घटना के सात दिन बाद घलो ए मामला म लेके सिकायत तक दर्ज नई करे गिस… त फेर कार्रवाई का होही. का वाकई म यज्ञ ल न्याय मिलही. ये एक गंभीर सवाल बन गेहे.