
डोली ले के आजा, मोर दूल्हा राजा, दिल छुवइया गीत मन ह डालत फिल्म म जान
रायपुर। ए हफ्ता किशन सेन स्टारर “डोली लेके आजा मोर दूल्हा राजा” रिलीज होइस। जेखर “जीना है तो पीना है… ” गीत बड़ पॉपुलर होइस, सिनेमाघर म देखना बड़ अच्छा लगत हे। अउ बात करन फिल्म के कहानी के त फिल्म के शुरुआत एक टिपिकल छत्तीसगढ़ी गीत तोर बर आषाढ़ सावन ले होथे। जेन दिल ल छुवइया गीत हे। आर मास्टर अउ अंजलि के शादी होथे, लेकिन कुछ समय बाद उखर घर म आग लगा दे जाथे अउ दुनों के चैप्टर क्लोज हो जाथे। कहानी दस साल आघु बाढ़थे। परदे म किशन( किशन सेन) अउ मंजू ( मंजिमा) के लव स्टोरी शुरू हो जाथे हे।
बीच बीच म एक साया नजर आथे, लेकिन समझ नई आत कि मामला का हे। फिल्म म मुखिया नामक किरदार ल हंडा के सपना आथे। इहीं ले हंडा खोजे के शुरुआत हो जाथे, जेखर कुछ लोगन मन तलाश म निकल जाथे, लेकिन ओमन ल असफलता मिलथे। मंजू के शादी शराब माफिया के किरदार निभात पुष्पेंद्र सिंह के बेटा ले तय हो जाथे, एती किशन खुद ल मिट्टी तेल ले जलाके आत्महत्या करना चाहत हे। तभे एक साया ओला बचा लेथे। आखिर वो साया कौन हे? किशन मंजू मिल पाहि, एखर उत्तर फिल्म म मिलहि। किशन के चहइया मन बर सरप्राइज पैकेज दबा बल्लू सॉन्ग घलो रखे गे हे। अब बात करन फिल्म का अभिनय के त, किशन के काम अच्छा हे। मंजिमा स्कूल यूनिफार्म म बड़ फबत हें। सलीम अंसारी के अभिनय घलो जोरदार हे। मुखिया के किरदार निभइया ह घलो अच्छा एक्टिंग करे हे। किशोर मंडल तांत्रिक म जमे हे।