Jayjohar
Whatsapp Facebook Twitter Youtube
Jayjohar

Type and hit Enter to search

  • होम
  • खबर छत्तीसगढ़
  • नवा छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • छॉलीवुड समाचार
  • हमर रचनाकार
  • एक्सक्लूजिव
  • Youtube Video
    • जोहार पहुना
    • जोहार सितारा
    • जोहार सिनेमा
    • गाना जोहार
    • फिलिम जोहार
    • काव्य जोहार
    • जोहार बिसेस
    • जोहार संस्कृति
  • LIVE
पाम ऑयल
नवा छत्तीसगढ़

ऑयल पाम की खेती से कमाएँ 25 से 30 साल तक मोटा मुनाफा

www.jayjohar.com
www.jayjohar.com
June 9, 2025 3 Mins Read
46 Views
0 Comments
  • देश को खाद्य तेल में आत्मनिर्भर बनाने का सुनहरा अवसर, छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए विशेष लाभ

नारायणपुर. ऑयल पाम यह एक ऐसी फसल है जो किसानों को प्रति हेक्टेयर 4-6 गुना अधिक तेल उत्पादन देती है और उन्हें 25 से 30 वर्षों तक स्थायी आय का स्रोत प्रदान करती है। लिहाजा नारायणपुर जिले में इस खेती की ओर किसानों का रूझान पैदा हो इसे लेकर बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

जिले में ऑयल पाम पौधरोपण का बृहद अभियान ग्राम भाटपाल के प्रगतिशील किसान संतेर पोटाई के खेत में जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, ग्रामीण विकास अध्यक्ष प्रेमनाथ उसेण्डी एवं सरपंच ग्राम पंचायत भाटपाल भुरवा सलाम द्वारा ग्रामीणों की उपस्थिति में 9 जून को औपचारिक शुभारंभ किया गया। सहायक संचालक उद्यान तोषण कुमार चन्द्राकर, ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी जितेश कुमार देहारी एवं क्षेत्र विस्तार अधिकारी बेनूर अमलू राम नाग द्वारा जानकारी दी गई कि यह पहल नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल ऑयल पाम के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक राष्ट्रीय महत्व की योजना है।

भारत में 60 से 70 प्रतिशत खाद्य तेल आयात होता है, जिसमें अकेले पाम ऑयल की हिस्सेदारी 55 से 60 प्रतिशत है। ऐसे में देश की आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऑयल पाम की खेती रणनीतिक और आर्थिक दोनों दृष्टियों से बेहद महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसी फसल है जो प्रति हेक्टेयर 4-6 गुना अधिक तेल उत्पादन देती है और किसानों को 25-30 वर्षों तक स्थायी आय का स्रोत प्रदान करती है। इसका उत्पादन चौथे वर्ष से प्रारम्भ होकर 25 से 30 वर्षों तक लगातार होता है, प्रति हेक्टेयर 143 पौधे त्रिकोणीय विधि से लगाने से चौथे वर्ष में 4-6 टन से प्रारम्भ होकर सातवे साल के बाद परिपक्व अवस्था में इसका उत्पादन 20-25 टन प्रति हेक्टेयर तक होता है, जिससे वर्तमान मूल्य 18 हजार 351 रूपये प्रति टन के अनुसार प्रति हेक्टेयर 3-4 लाख तक सालाना आय प्राप्त की जा सकती है।

चूंकि पौधों से पौधों के बीच स्थान उपलब्ध होता है इसलिए अंतरवर्ती फसलों से अतिरिक्त आय प्राप्त की जा सकती है, पारम्परिक फसलों की तुलना में यह कम लागत कम मेहनत, सुनिश्चित बाजार और अधिक आय के साथ आज के समय की सबसे बुद्रधिमतापूर्ण कृषि निवेश है।

छत्तीसगढ़ के सिंचित क्षेत्रों में यह फसल किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। 2025-26 में जिले में 1000 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसलिए अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़कर लाभ अर्जित करें। प्रियुनिक एशिया प्रायवेट लिमिटेड के जिलाधिकारी ने बताया की किसान भाइयों को ऑयल पाम की खेती कम लागत, अधिक मुनाफा न्यूनतम रखरखाव, कीट रोगों का कम प्रभाव, लंबी उत्पादन अवधि 25-30 वर्ष तक निरंतर आय, अंतरवर्ती खेती से अतिरिक्त आय शुरुआती वर्षों में अन्य फसलें उगाकर लाभ, निश्चित बाजार एवं मूल्य सरकार द्वारा मूल्य निर्धारण व न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी, प्रीयुनिक एशिया प्रायवेट लिमिटेड (प्रोसेसिंग कंपनी) द्वारा सीधी खरीद (सरकार द्वारा अधिकृत एवं अनुबंधित है।

संपूर्ण तकनीकी सहायता विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण, जलवायु अनुकूल-आँधी-तूफान, अतिवृष्टि या असमय वर्षा से नुकसान की संभावना कम, सभी प्रकार की भूमि में उपयुक्त जिसमे पर्याप्त सिचाई उपलब्ध हो, और जलजमाव न हो, विश्व की सर्वाधिक तेल उत्पादक फसल प्रति हेक्टेयर अधिकतम उत्पादन, उन्नत किस्मः टेनेरा (हाइब्रिड), आयल पाम किसानों की समृद्धि का स्थायी समाधाना होता है। इच्छुक कृषक उद्यानिकी कार्यालय या प्रीयूनिक एशिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि से संपर्क करें और ऑयल पाम की खेती से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त बनें।

Tags:

Chhattisgarhchhattisgarh newsraipur newsstate news

Share Article

Other Articles

Rationalization in Chhattisgarh युक्तियुक्तकरण
Previous

शिक्षकविहीन स्कूलों में लौटी रौनक: युक्तियुक्तकरण से बदली धमधा ब्लॉक के विद्यालयों की तस्वीर

आर्किड की खेती1
Next

ऑर्किड की खेती से प्रभावित हुईं एपीसी, कुहकुहा के पॉली हाउस पहुंचकर अवलोकन

Next
आर्किड की खेती1
June 9, 2025

ऑर्किड की खेती से प्रभावित हुईं एपीसी, कुहकुहा के पॉली हाउस पहुंचकर अवलोकन

Previous
June 9, 2025

शिक्षकविहीन स्कूलों में लौटी रौनक: युक्तियुक्तकरण से बदली धमधा ब्लॉक के विद्यालयों की तस्वीर

Rationalization in Chhattisgarh युक्तियुक्तकरण

No Comment! Be the first one.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

sen samaj cm

सेन समाज की प्रतिभाओं ने अपनी उपलब्धियों से समाज को किया गौरवान्वित: साय

www.jayjohar.com
June 21, 2025
cm

मुख्यमंत्री साय ने कुनकुरी में 250 सीटर नालंदा परिसर का किया भूमिपूजन: लाइब्रेरी में होगी इंडोर और आउटडोर अध्ययन की व्यवस्था

www.jayjohar.com
June 21, 2025
macchar

बस्तर संभाग में मलेरिया प्रकरणों में 72% की गिरावट: जनसहयोग से मिली बड़ी सफलता

www.jayjohar.com
June 21, 2025
PM AWAS

कच्चे घास फूस की झोपडिय़ां अब पक्के मकानों की कालोनी में हुई तब्दील

www.jayjohar.com
June 21, 2025

Follow Us

Whatsapp Facebook Twitter Youtube

Om Prakash Chandrakar
Kushalpur
Raipur Chhattishgarh
email: jayjohar2017@gmail.com

Category

  • छॉलीवुड समाचार
  • हमर रचनाकार
  • सियासत
  • नवा छत्तीसगढ़
Jayjohar
© Copyright 2023, All Rights Reserved | Jay Johar Media | जय जोहार मीडिया.
  • होम
  • हमर छत्तीसगढ़
  • एक्सक्लूजिव
  • राजनीति
  • छॉलीवुड
  • लाइव
  • हमर रचनाकार
  • जय जोहार चैनल | जोहार पहुना कार्यक्रम
  • जय जोहार चैनल | जोहार सितारा कार्यक्रम
  • जय जोहार चैनल | जोहार सिनेमा कार्यक्रम
  • जय जोहार चैनल | जोहार बिसेस कार्यक्रम
  • poem
  • जय जोहार चैनल | गाना जोहार कार्यक्रम
  • LIVE:भरोसे का सम्मलेन (ठेकवा, राजनांदगांव)
  • जय जोहार चैनल | फिलिम जोहार कार्यक्रम
  • जय जोहार चैनल | काव्य जोहार कार्यक्रम
  • जय जोहार चैनल | जोहार संस्कृति कार्यक्रम
  • जय जोहार | Jay Johar – हमर माटी हमर भाखा | छत्तीसगढ़ी समाचार