Raipur : शेडनेट पद्धति ले बछर भर करे जा सकत हे फूल के खेती, किसान मन ल होवत हे खेती ले अच्छा आमदनी
जय जोहार। शेडनेट पद्धति ले बछर भर फूल के खेती ल करे जा सकत हे। ए तकनीक के इस्तेमाल ले किसान मन ल फूल के खेती ले बछर भर नियमित रूप ले अच्छा आमदनी मिलत हे। छत्तीसगढ़ के किसान न केवल फूल के खेती बर आकर्षित होवत हे बल्कि आधूनिक तकनीक शेडनेट, पॉली हाऊस, ड्रिप अउ मल्चिंग के इस्तेमाल करत हे , एखर ले ओमन ल भरपूर उत्पादन मिलत हे। हैदराबाद, अमरावती, नागपुर अउ भुवनेश्वर जइसे बड़का शहर म फूल के मांग के सेती पमाण ल अच्छा आमदनी मिलत हे।
राजनांदगांव जिला के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम कोलिहापुरी के प्रगतिशील किसान गिरीश देवांगन ह गुलाब, जरबेरा अउ रजनीगंधा के खेती करत हे । जेखर ले ओमन ल सालाना करीबन 10 लाख रुपिया के आमदनी होवत हे। वोहा बताइन कि फ्लावर डेकोरेशन बर ए फूल के मार्केट म बड़ अकन अच्छा डिमांड हे । इंहा के फूल स्थानीय स्तर म बिक्री के संग ही हैदराबाद, अमरावती, नागपुर, भुवनेश्वर जइसे शहर म भेजत हे । वोहा बताइन कि खेत म शानदार शिरडी गुलाब के वेरायटी लगाए हन । उंहे पॉली हाऊस म जरबेरा के वेरायटी अंकुर, सिल्वेस्टर, दून, दानाएलन, व्हाइट हाऊस अउ फोर्ब्स घलो लगाए हन ।
वोहा बताइन कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत पॉली हाऊस निर्माण बर 16 लाख 88 हजार रुपिया अउ संरक्षित खेती बर 14 लाख रुपिया के अनुदान मिले हे । संगेसंग ओमन ह शेडनेट हाऊस बर 7 लाख 10 हजार रुपिया अनुदान रासि घलो मिले हे , जिहां वोहा ड्रिप अउ मल्चिंग विधि ले गेंदा लगाए हे।