महिला के मुकाबला म पुरुष मन जादा करावत हें लिंग परिवर्तन, पुरूष ले महिला बनना जादा आसान
डेस्क. देश म अब लिंग परिवर्तन करवाना आम हो चुके हे। कतको लोगन मन लिंग परिवर्तन करावत हें। अउ महिला मन के मुकाबला म पुरुष मन जादा लिंग परिवर्तन करावत हें। दुनिया म तो ये 1930 म ही शुरू हो गे रिहिस। रिपोर्ट के मुताबिक, पहिली बार जर्मनी म एक आदमी हा लिंग परिवर्तन सर्जरी कराईस।
कोन करवाथे लिंग परिवर्तन? : मनारोग विशेषज्ञ डॉ आशुतोष सिंह के कहना हे कि जेंडर डायसोफोरिया होय ले लड़का हा लड़की बरोबर अउ लड़की हा लड़का जइसे जीना चाहथे। कतको पुरुष मन म बचपन ले ही महिला मन जइसे आदत होथे। वइसने कई महिला मन म पुरुष जइसे आदत होथे। ये लक्षण 10-12 साल के उमर ले दिखना शुरू हो जाथे। जइसे कोनो पुरुष हे त वोहा महिला मन जइसे कपड़ा पहनना पसंद करही, महिला मन कस चले के कोशिश करही, ओकरे मन कस इशारा करही। अइसने महिला मन के साथ होथे, ओमन पुरुष के जइसे जीना चाहथें। अइसे स्थिति म ये लोगन के सेक्स चेंज करे बर पड़थे।
मनोरोग विशेषज्ञ के अनुमति के बिना कोई भी सर्जन काकरो लिंग परिवर्तन नई कर सकय। अउ 18 साल के उमर के बाद ही लिंग परिवर्तन हो सकथे।
कइसे होथे लिंग परिवर्तन? : मध्य भारत म ये प्रकार के पहिली ऑपरेशन करइया डॉ. अश्विनी दास के कहना हे कि पुरुष ले महिला बने बर करीब 18 अउ महिला ले पुरुष बने बर करीब 33 चरण ले गुजरे बर पड़थे। एमा संबंधित व्यक्ति के लिंग के साथ ही ओकर चेहरा, बाल, नाखून, हाव-भाव, हार्मोंस, कान के शेप तक ला बदल दिए जाथे।
कइसे बनाए जाथे कोनो पुरुष ला महिला : महिला ले पुरुष बने के मुकाबला म पुरुष ले महिला बनना आसान होथे। यदि कोई पुरुष ले महिला बनथे त ओकर शरीर के भाग ले ही सर्जरी के जरिए महिला अंग बना दिए जाथे। एला बनाए म करीब 4 घंटा के समय लगथे। ब्रेस्ट बर अलग से दू घंटा के ऑपरेशन होथे। ये दूनों ऑपरेशन तीन ले चार महीना के अंतराल म करे जाथे।
लिंग परिवर्तन म हार्मोन घलो बदले जाथे। पुरुष म महिला के अउ महिला म पुरुष के हार्मोन शरीर म पहुंचाए जाथे। हालांकि लिंग परिवर्तन के बाद भी कोई पुरुष हा कभू बच्चा जनम नई दे सकय। शादी करके शारीरिक संबंध जरूर बना सकथे। जो भी व्यक्ति लिंग परिवर्तन कराथे, ओकर ले कानूनी लिखा-पढ़ी कराए जाथे, जेमा वो हा खुद ये बात के अनुमति देथे कि वो हा लिंग परिवर्तन करवाना चाहथे। परिवार के सहमति भी जरूरी होथे।