4.58 रुपिया म कइसे मिलही पोस्टीक आहार .. सोचे के बात हे
नवनीत शुक्ला, मुंगेली। सरकार ह कुपोसन ल दूर करे बर कतको योजना चलवात हे। ताकि लइका मन तंदुरुस्त रहय। लेकिन येखर बर हरके लइका बर मिलइया पइसा अतका कम हे के ये पइ म एक कप ढंग के चाय घलो नइ मिलय। सरकार ल योजना मन के रिजल्ट बेहतर करना हे अउ कुपोसन मिटना हवय त येकर दर म बढ़ाय के जरूरत हे।
आज प्रदेस सरकार होवय या केंद्र सरकार दूनो ह कुपोसन ले निपटे बर कई ठन योजना मन ल चलात हे जैसे आंगनबाड़ी म 3 साल ले 6 साल के लइका मन बर पौस्टिक आहार बना देना, प्रायमरी स्कूल अउ मिडिल स्कूल म लइका मन बर मध्यान्ह भोजन अउ अस्पताल मन म कुपोसित लइका अउ ओखर मां बर 15 दिन तक के भोजन दिए जात हे । ओखर बाद जब लइका के अस्पताल ले छुट्टी होथे त 2250 रुपिया अलग ले देय जात हे। पर स्कूल अउ आँगनबाड़ी म जे रासि देय जाथे का वो ह पर्याप्त हवय ? ये सोचे के बात हे। प्रायमरी अउ मिडिल स्कूल के लइका मन बर 4 रुपिया 58 पइसा अउ मिडिल बर 6 रुपिया 18 पइसा देय जाथे । आंगनबाड़ी म ये रासि ह 5 रुपिया 50 पइसा हे ।
अब सोचे के बात ये हे के जब एक बने असन चाय बर 10 रुपिया लगथे । त सरकार कोतो ले मिलत रासि म लइका मन बर कइसे पोस्टिक आहार मिलहि । येकर बर सासन ल सोचना चाही। विमित्रा धृतलहरे ,मध्यान्ह भोजन प्रभारी के कहिना हे के ” स्कूल म लइका मन बर जेन योजना चलाय जात हे तेमा मुंगेली ब्लॉक म 232 प्राथमिक साला, 92 मिडिल स्कूल, 2 आसरम ,2 मदरसा हे । जेमा मध्यान भोजन खिलाय जाथे । येकर बर सासन ले हरके लइका बर 4 रुपिया 58 पइसा अउ मिडिल बर 6 रुपिया 18 पइसा मिलथे। उहें डॉक्टर मांझी, प्रभारी सिविल सरजन जिला अस्पताल मुंगेली ह बताइस के ” जिला अस्पताल म 10 बिस्तर कुपोसन वारड के बेवस्था हे । जेमा लइका अउ ओखर संग 1 आदमी के बेवस्था करे जाथे । वरतमान म 8 लइका भरती हवय। जेला 100 रुपिया के हिसाब ले म दूनो के 15 दिन तक इलाज के बेवस्था हवय । अउ छुट्टी के बेरा म 2250 रुपिया देय जाथे । ”