PM मोदी ल आईना भेजे म ओपी चौधरी ह कुछु ये अंदाज म दिस जवाब….
ओपी चौधरी के फेसबुक म लिखे पत्र ल हम हु-ब-हु इहां पोस्ट करत हन…
मुख्यमंत्री जी ल एक अदना ले कार्यकर्ता के जवाब
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कोती ले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ल आईना भेजे व ट्वीट कर तीखा तंज कसे म भाजपा नेता व पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी ह फेसबुक म प्रतिक्रिया दीस हे. ओपी चौधरी ह पत्र लिखके बेहद ही सधे अउ तीखा अंदाज म तंज कसिस हे. खुद ल भाजपा के अदना सा कार्यकर्ता अउ मुख्यमंत्री ल उम्र अउ तजुर्बा म वरीष्ठ बतात हुए बड़का ही तहजीब के संग ओपी ह कुछु सवाल घलो पूछिस हे… त कुछु सलाह घलो दीस हे.
नरेंद्र मोदी के पृष्ठभूमि, कार्यसैली अउ उंखर योजनामन के जिक्र करत हुए प्रधानमंत्री ल लेके कांग्रेस के उठायेगे सवाल मन के पूर्व कलेक्टर ह बहुत ही शानदार तरीका ले तर्क के संग जवाब देय हे. उमन मुख्यमंत्री के नाम संबोधित पत्र म हर ओ पहलू के जिक्र करिस, जेला लेके कांग्रेस कटाक्ष करत हे .
आदरणीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी!
नमस्ते!
‘आप मन प्रधानमंत्री मोदीजी ल एक आईना भेजे हव’ अउ कुछु लाइन लिखे हव. भारतीय जनता पार्टी कोनो *एक परिवार* ले नई चलईया पार्टी नइए, एखर एक अदना सा कार्यकर्ता होय के बावजूद आप मन ल जवाब लिखत हव .
आप मन जे आईना ल भेजे हव, उंखर तश्वीर देखव सर! बड़ा महंगा कोनो विदेशी ब्रांड टाइप दिखत हवय. शायद आप मन “Make in India” के मर्म ल समझ पातेव ? त शायद ये स्टाइलिश आईना के जगा रायगढ़ जिला के ‘एकताल गांव के बेलमेटल’ के या ‘बस्तर आर्ट’ के कोनो डिज़ाइन बनवा के भेजतेव..एखर ले छत्तीसगढ़ के वनवासी भाई बहिन मन ल थोड़ कन लाभ हो जातिस.
‘आपमन मोदीजी के चाय बेचे म सवाल करे हव सर!’ आप गुजरात गे हो हूं, मैं त गे हव, चर्चा मन अउ मोर सीमित अध्य्यन के आधार म पूछना चाहूं के.
- का नरेंद्र मोदजी के पिता दामोदर दास मोदजी के चाय के दुकान वड़नगर के रेल्वे स्टेशन म नइ रिहिस हे? का उहां बालक नरेंद्र मोदी बिहनिया पिता के संग काम नई करय? अउ स्कूल के घण्टी बजत ही स्कूल के ओर नइ चले जात रिहिस हे? कभू पूछि हव ‘भागवताचार्य नारायणाचार्य विद्यालय’ म जाके.
- का मोदीजी के चाचा के चाय दुकान अहमदाबाद के बस स्टैंड के तीर नई रिहिस हे, जिहां मोदीजी काम करय?
- का बाद म मोदीजी ह अहमदाबाद के ‘गीता मन्दिर’ के तीर एक साइकिल खरीद के खुद के चाय के काम चालू नई करिस हे?
अगर अतना ही संदेह हे त येमा घलो एक ‘SIT’ ही बनवा दव सर. अगर ये अतना झूठा बात हो त ‘मणिशंकर जी’ के एक बयान बर कांग्रेस ह अप्रासंगिक मुहावरा का बर बना दिस? मोदजी ह चाय बेचिस हे शायद एखर सेती बेचे हे; काबर के उंखर नाम के संग गांधी परिवार वाला सरनेम नई जुड़िस हे.। उमन चाय बेचे हे,दे स नई.
मोदजी के चाय बेचे म ‘सबूत’ खोजत हस सर . आप लोग जतना ‘सबूत’ खोजथव ,उंखर बजाय देस बर एक ‘सपूत’ खोज लेतेव. देस के जनता मोदीजी ल ही देस के सपूत मानत हे, ये त 23 मई के सिद्ध हो जाही. आप लोग कांग्रेस बर घलो एक सपूत खोजे के कोसिस करव. ये एक परिवार के चरन मन म पूरा कांग्रेस पार्टी अउ देस ल रखदे के मानसिकता ले आप मन बाहर निकलव सर.
‘आप मन मोदीजी के रहन-सहन उपर घलो सवाल उठाए हव सर.’ आप मन 1963 के ‘राम मनोहर लोहिया जी’ के नेहरू जी उपर आर्टिकल त जरूर पढ़े हो हूं सर. ‘एक दिन के 25 हजार रुपिया ’. देस के तीसर लोकसभा म चर्चा घलो होय रिहिस हे. सर देस के प्रधानमंत्री या प्रदेस के मुख्यमंत्री देस-प्रदेस के प्रतिनिधि होथे. एक व्यक्ति नईए, बल्कि संस्था होथे. मय आप मन के व्यक्तित्व अउ सोच ल न देखके आपके जैकेट के चीप के ओर नजर ताकव, त सायद ठीक नइए. मय अगर पूछूव के महंगा गुलाब के जगा नेहरू जी ‘देशी बरगंडा’ के फूल काबर नई लगात रहस हे, त ये ठीक नइए. मोदीजी जे पहिनत हे, कम ले कम देस ल टोपी अउ चश्मा त नइ पहिनात हे. ओबामा जी के संग बइठक म सूट के आप मन बात करत हव ,आपमन पढ़े हो हूं के मोदीजी ह नीलाम कराके 4 करोड़ 31 लाख रुपिया के रासि इकट्ठा करके नमामि गंगे परियोजना म जमा करा दीस. सिओल पीस प्राइज ले मिले 2 लाख अमेरिकी डॉलर ल घलो गंगा माता ल समर्पित कर दिस. उमन ल मिले सबो गिफ्ट ल बेचके चैरिटी करजात हे.
आप लोग मन मोदीजी के सरकार के पहिली घलो “सूट बूट के सरकार” कहत रेहे हव . उमन 19हजार गांव मन म बिजली पहुंचाईस,50 करोड़ लोग न बर आयुष्मान भारत योजना बनाईस, 9 करोड़ सउलय बनवाइस,6 करोड़ उज्ज्वला के कनेक्शन दिस,1.5 करोड़ लोग न मन ल पक्का मकान दिस, 34 करोड़ लोग मन के जन धन खाता खोलवाइस, 13 करोड़ लोग म मन ल मुद्रा योजना के लाभ दिस, 21 करोड़ लोगन मन ल बीमा योजनामन के लाभ दिस,12 करोड़ किसान भाई मन ल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभ देवत हे, 3 करोड़ टैक्स पेयर के ऐतिहासिक छूट दीस. ये सब मोदी जी कउन सूट बूट वाला मन बर करस हे?.
00 आप मोदजी के रहन-सहन के बात करत हव हे सर! वो 130 करोड़ भारतवासी मन के प्रतिनिधि हे. एक बार उंखर अउ पारिवारिक सदस्य मन के स्थिति के घलो जायजा लेवत हव. उंखर बड़े भाई सोमा भाई मोदी कहथे के मैं ढाई साल पहिली मिले रहे हव, फोन म बात हो जाथे. मैं नरेंद्र का भाई हव, प्रधानमंत्री के नई. उंखर एक अउ बड़े भाई अमृत भाई मोदी प्राइवेट कंपनी ले फीटर मिस्त्री पद ले रिटायर होइस हे. 2005 म रिटायरमेंट ले पहिली 10 हजार रुपिया के सैलरी रिहिस हे. एक भाई पंकज मोदी गुजरात के सूचना विभाग म अन्य लोग मन के तरह ही काम करत हे. एक भाई संजय मोदी मैकेनिकल सामान मन के दुकान चलात हे, 2009 म परिवार बर पहिली बेर कार खरीदे हिस, कुछु व बछर पहिली इंखर परिवार ह स्वीकार करिस के अंदर ले जहाज नई देखे हे. चचेरा भाई अशोक मोदी पहिली ठेले ले पतंग, पटाखा अउ मिठाई बेचत रहिन हे;अभु कुछु दिन पहिली 8×4 के 1500 रुपिया प्रति माह वाले दुकान किराया म लिये हे. प्रधानमंत्री बने के बाद घलो उंखर परिवार ये तरह ले रहत हे, पूरी दुनिया के आघू एक नजीर हे.
‘ ये चर्चा मन के बीच सबले असल सवाल ये हे के का कांग्रेस देस के आघू वैकल्पिक नेतृत्व पेस कर पात हे अउ येखर जवाब 23 मई के देस के जनता दे दिही*
आप मन ल पता ही हो ही सर मैं कलेक्टरी छोड़ दे हव, चुनाव घलो हार गे हव, आजकल रोजी रोटी बर कुछु नवां काम घलो चालू करत हव. येखर बर समय थोड़कन कम मिलथे अउ आपन अपन सतही पत्र म GST, काला धन, गंगा, पाकिस्तान,विदेश दउरा जइसे अनेकानेक मुद्दा मन ल छुए हव. येमन के सबके जवाब मैं काली लिख हूं. तब तक बर राम राम! जवाब के कोनो अंश आप मन ल अगर ठीक न लगाही ,त बुरा मत मानी हव; उमर म मोर ले बहुत बड़े हव.
ओपी.