भूपेश ह किहिस प्रभुदत्ता के निधन एक अपूरणीय क्षति..अइसे इंसान बार बार जनम नइ ले
आदिवासी मन के मसीहा प्रोफेसर प्रभुदत्ता खेड़ा के निधन ल सुन के प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह किहिस कि डॉ खेड़ा त्याग, संकल्प अऊ नि:स्वार्थ सेवा के प्रतिमूर्ति रिहिस ऊंखर जाना एक अपूरणीय क्षति हे
30 साल से अचानकमार के जंगल म कुटिया बना के आदिवासी मन ल शिक्षा देवइय्या अऊ दिल्ली विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर प्रभुदत्त खेड़ा के सोमवार के निधन हो गिस . प्रोफेसर खेड़ा ह 91 वर्ष के उमर म अपोलो अस्पताल बिलासपुर म अपन अंतिम सांस लिस
ऊंखर निधन म मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह शोक अऊ दुख प्रगट करिस अऊ किहिस कि “अचानकमार के घना जंगल म 30 साल तक कुटिया बनाके बैगा आदिवासी मन के बीच शिक्षा के उजियारा फैलाय वाला दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ. प्रभुदत्त खेड़ा के निधन की खबर सुनकर मन दुःखी है. डॉ खेड़ा त्याग, संकल्प और नि:स्वार्थ सेवा की प्रतिमूर्ति थे. विनम्र श्रद्धांजलि.”