आप मन के एक नानकून कोशिश ह भर सकत हे बिटिया के जिनगी म रंग, जिनगी अऊ मौत ले जुझत हे रानू
रायपुर. आज एक बेटी ह जिनगी अऊ मउत के ओ मुहाना म खड़े हे जिहां ले निकल पाना या त ईश्वर के हाथ म हे या फेर डॉक्टर अऊ हमर मन के। बता देन कि 17 साल के नोनी रानू ह किडनी के गंभीर बीमारी से जूझत हे। परिवार वाला मन कर्जा म लद गे हे फेर ओखर इलाज के खर्चा ह पूरा नई हो पईस। ओखर मन जगह अब कुछु बाचें हे त कर्जा के बोझ। डायलिसिस के भरोसा अपन सांस ल गिनत रानू ल आज काखरो मदद के दरकार हे। कुछ समाजसेवी मन मदद बर आगू आईन फेर वहू ह नाकाफी हे। अईसे म जय जोहार मीडिया ह जम्मो भाई-बहिनी ले अपील करत हे कि बिटिया के मुस्कान वापस लौटाए बर यथसंभव मदद करव।
अऊ कोनों जादा जानकारी लेना होही त बालाजी अस्पताल के ए नंबर – 7000520686, 7869347155 म संपर्क करव
रानू रायपुर के बालाजी अस्पताल मोवा म भर्ती हे। ओखर जिनगी ल बचाए बर हॉस्पिटल प्रबन्धन अऊ मुक्तांजली सेवा संस्था राजनांदगांव के संरक्षक कमलेश यादव ह घलो लगातार परयास करत हे। तीन महीने होगे बेटी ह अस्पताल म भर्ती हे। ऐ बीच 25 बार डायलिसिस घलो हो चुके हे। किडनी विशेषज्ञ डॉक्टर साईनाथ पत्तेवार के संरक्षण म बेटी रानू के इलाज चलत हे। रानू मूलत: मुंगेली के रहवईया ए जेखर इलाज काफी लंबा समय ले चलत हे। फेर इलाज के खर्चा अतेक हो गे कि परिवार के आगू अब कर्जा के बोझ बढ़ गे हे।
जेन प्रकार ले सांस ले बर हवा के दरकार होथे उही प्रकार ले इलाज बर पग-पग म पईसा के जरूरत घलो होथे फेर अईसन के परिवार के आगू बड़ विपदा आ जाथे जेन मन दू वक्त के रोटी पर संघर्ष करत हे। जय जोहार सामाजिक संस्था अऊ समाज सेवक मन ले अपील करत हे कि बेटी ल जीवनदान देबर सहयोग करें।