सत्ता बर उदिमः भाजपा-कांग्रेस एक दूसर उपर करत हे वार-पलटवार, ए दरी लखमा अऊ चन्द्राकर आमने-सामने
छत्तीसगढ़ म भारतीय जनता पार्टी अऊ कांग्रेस के बीच होड़ मचे हे। होड़ ए बात के कि कोन ह जनादेश ल अपन अऊ अपन पार्टी बर ला सकत हे। अभी के बेरा म राज्य के सत्ता के सिंघासन कांग्रेस तीर हे अऊ कांग्रेस ह अपन साढ़े चार बछर के काम बुता ल लेके जनता के बीच जावत हे। दूसर कोती भाजपा पाछू के 9 साल म मोदी सरकार कोती ले करे गे काम बुता ल लेके जनता के बीच जावत हे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा 31 मई ले 30 जून तक महासंपर्क अभियान के शुरुआत करत हे जेमा छत्तीसगढ़ म घलो कई कार्य़क्रम होही। इही बहाना भाजपा जनता मेर अपन पैठ ल बनाए के कोशिश करही। दूसर कोती कांग्रेस घलो संभागीय सम्मेलन अऊ अऊ दूसर उदिम ले चुनावी कसरत के शंखनाद कर दे हे। ए बीच दूनों दल के बीच म राजनैतिक बयानबाजी घलो शुरू हो गे हे।
छत्तीसगढ़ म सत्ता के मऊर काखर मुड़ी म बंधही…. एला लेके दूनों पार्टी के नेता मन के हिरदे के धड़कन ह बाढ़ गे हे। जनता ल लुभाए बर किसम-किसम के सियासी उदिम होवत हे। इही उदिम के बीच दूनों दल के नेता मन के बयानबाजी घलो शुरू हो गे हे। ए बीच भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ह कुछ दिन ले बस्तर के दौरा म गे हे अऊ उहां कार्यकर्ता मन ल चुनावी टिप्स देवत हे। ए मामला ल लेके कांग्रेस के मंत्री कवासी लखमा ह भाजपा उपर निशाना साधे हे। लखमा के कहना हे कि हिन्दुस्तान के पहिली अईसे प्रभारी हमन देखत हन जे अकेल्ला घूमत हे। प्रदेश प्रभारी संग प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष घूमथे फेर इहां तो प्रभारी अकेल्ला घूमत हे एखर ले पता चलथे कि पार्टी के भीतर गुटबाजी चलत हे। ओमन कहिन कि प्रभारी कोनों ल अपन संग लेके नई जाए आखिर प्रदेश के नेता मन उपर ओला भरोसा नई हे। सीएम भूपेश बघेल आदिवासी, किसान अऊ मजदूर मन के हिरदे म बस चुके हे। हमन बस्तर म 1 सीट ले 12 सीट बनाए हन। हमर अलावा बस्तर म दूसर पार्टी नई जीत सके। उहें लखमा ह भाजपा के जनसंपर्क अभियान ल लेके घलो बयान दे हे। ओमन कहिन कि 65 साल देश म कांग्रेस ह राज करिस अऊ गैस के रेट 400 रुपिया रिहिस। फेर बीजेपी आए ले जम्मो चीज म जीएसटी लगा दिस। पेट्रोल डीजल के रेट कम करही त लोगन मन ओखर स्वागत रही। 9 साल में का उपलब्धि हे ए बताए भाजपा।
एति कवासी लखमा के बयान ल लेके भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ह मोर्चा संभालत पटवार करिन। ओमन कहिन कि लखमा ल हमर जनसंपर्क अभियान के चिंता करे के आवश्यकता नई हे। ओ मन भगवान ल वह धन्यवाद कहे काबर कि ओमन जेल जाए ले बांच गे, दूसर मन के तरह। ओमन ल 2000 करोड के शराब घोटाले के जानकारी हे कि नहीं….? आदिवासी मंत्री के शोषण होए हे। ओखर अधिकारी कर्मचारियों मन मंत्री के शोषण करे हे। बाकी मंत्री ऐश करत हे। लखमा के राजनीतिक लेनदेन के नाम म शोषण करे जात हे। ओमन कहिन कि कांग्रेस ल सम्मेलन जईसे उदिम करे ले कुछ फायदा नई होने वाला हे। ए ह घोटाला करईया पार्टी हे। अवैध शराब बेचईया पार्टी हे। हत्या आत्महत्या होवत हे। माफिया राज चलत हे जनता के बीच काकंग्रेस के परसेप्शन बन गे हे। अजय चंद्राकर इहें नई रूकिन ओमन रामायण महोत्सव ल लेके घलो बड़ा बयान दे दिन अऊ कांग्रेस के तुलना राक्षस ले कर दिन। चन्द्राकर कहिन कि महोत्सव अरण्यकांड म आधारित हे अऊ अरण्यकांड के दू घटना हे एक म भगवान ह नवधा भक्ति कहे हे, दूसर घटना म राक्षस अऊ ओखर 14000 सेना के हत्या घलो इही धरती म करे गे हे। ए चुनाव म कांग्रेस के वध सुनिश्चित हे। कांग्रेस इही राक्षस मन के बराबर हे अऊ 14 हजार सेना मारे जाही।
एती मोर्चा संभाले बर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला घलो आगे। पूर्व मंत्री के अरण्यकाल के बयान ल लेके शुक्ला ह कहिन कि राम चरित मानस म अरण्यकांड ल सबले पावन कांड माने जाथे। भाजपा अऊ आरएसएस के संस्कार ही राक्षसी प्रवृत्ति के हे अऊ उहें पले-पढ़े हे। ओमन ल अरण्यकांड म राक्षस मन के गुणगान नजर आत हे। अरण्यकांड म ही छत्तीसगढ़ म प्रभुराम के आए कि विवरण हे। इही म ही माता सती अनुसुईया ह माता सीता ल पत्नीव्रत धर्म अऊ स्त्री धर्म के प्रेरणा दे हे। इही कांड में माता शबरी के भक्ति ले प्रभु राम ओखर झूठा बेर खाए रिहिस। फेर आज भूपेश बघेल ह राम काज करत हे त सिरिफ राम के नाम म राजनीति करईया मन ल तकलीफ होवत हे कि भूपेश बघेल कईसे राम-काज करत हे।
खैर बयान के दौर तो चलत रही… अभी तो सियासी महासमर के शुरूआत हे। देखना दिलचस्प होही कि अऊ कोन-कोन मुद्दा ल लेके भाजपा-कांग्रेस एक दूसर उपर वार पलटवार करही। काबर कि राज्य म सत्ता के सेमीफाईनल बर सिरिफ 6 महीना बाकी हे जब फाईनल मैच होही। अऊ राजनीतिक चौका-छक्का या बाउंसर-गुगली तो पड़ही ही। फेर ए सियासी मैच म पलड़ा काखर भारी पड़ही ए कहना अभी समय ले पहिली के गोठ-बात हो जही। फेर जनता तय करही का काखर सियासी दांवपेंच ओमन ल भाथे या काखर काम-बुता ओमन ल प्रभावित करही ए ह अवईया बेरा तय करही।