जाँच म जिला प्रसासन पहुंचिस अस्पताल .. लापरवाह डाक्टर पर होही कार्यवाही
बसंत शर्मा…
राजनांदगांव । राजनांदगाँव जिला म भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कालेज के 100 बिस्तर वाले वार्ड म लापरवाही एक मामला उजागर होइस हे। इंहा के मातृ शिशु वार्ड म तीन गर्भवती महिला मन के लइका ह गर्भ म ही दम तोड़ दीस। जेखर ले नाराज पीड़ित परिजन मन ह अस्पताल प्रबंधन उपर लापरवाही के आरोप लगात हंगामा करिन। एक ही बेरा म तीन प्रस्तुता मन के इलाज के दउरान गर्भ म मउत ले अस्पताल ह सवालों के घेरा म आ गेहे। ए घटना के बाद सरकारी अमला म हड़कंप मचगे अउ एडीएम समेत आला अधिकारी अस्पताल पहुंचगे।
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लापरवाही एक बार फेर आघू आइस। चिकित्सक मन के लापरवाही के चलत तीन शिशु के गर्भ म ही मउत हो गिस। परिजन मन के कहिना हे के गुरुवार के बेरा म चिकित्सक के न पहुंचे अउ सोनोग्राफी म देरी के चलत अइसन होइस।
प्रदेस म चिकित्सा बेवस्था हद ले जादा बदहाल हवय। जेमा राजनांदगांव के जिला अस्पताल म लापरवाही के मामला आए दिन अखबर मन के हेंडिंग बनत रहिथे। गुरूवार के इहां प्रबंधन के लापरवाही ले तीन महिला मन ल अपन संतान से हाथ धोना पड़िस। ग्राम परसवाही के महिला ल बुधवार देर रात इहां लाय गेहे। वो ह पूरा रात तड़पत रहीस हे लेकिन डाक्टर ओला देखे बर नइ पहुंचिस। बिहनिया नर्स ह सोनोग्राफी बर कहिस। उहें देरी के चलत शिशु ह गर्भ म ही दम तोड़ दिस। ए बात सोनोग्राफी म पता चलिस त स्टाफ ह रिपोर्ट ल दबा दीस। काफी देर बाद ए बात के जानकारी देय गिस।
एखर कुछु ही देर बाद सोनसाय टोला निवासी रामेश्वरी गंधर्व (22) के शिशु ह घलोक गर्भ म ही दम तोड़ दिस। ओला बिहनिया 8 बजे इहां लाय गिस हे। एखर पहिली परिजन मन ह ओला अंबागढ़ चौकी के सरकारी अस्पताल दाखिल कर रहिन हे। सरकारी अस्पताल म कोनो चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए राजनांदगांव भेज दिस। इहां पहुंचे म भी चिकित्सा सुविधा नइ मिलिस। नर्स मन ह उमन ल सोनोग्राफी बर भेज दिस। इहीं बीच म शिशु ह गर्भ म ही दम तोड़ दिस।
जिला मेडिकल अस्पताल म करोड़ो रूपिया के खरचा कर के मां अउ लइका बर 100 बिस्तर वाले अलग से भवन बनाए गेहे। जिहां सबो प्रकार के मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराए गेहे। लेकिन अस्पताल के डाक्टर अउर नर्स मन के गइर जुम्मेदाराना रवइया ले मरीज अउ उंखर परिजन मन ल भुगतना पड़त हे। गुरूवार के तीन गर्भवती महिला मन ह अपन लइका के मउत होगिस। अगर ए तरह के लापरवाही म सुधार नइ होही त जनता ल आक्रोस सामना जिला मेडिकल अस्पताल अउ प्रसासन ल करना होही अउ जवाब घलो देना होही।