पत्रवार्ता म विभिन्न सवाल के जवाब दिस सीएम भूपेश बघेल ह
रायपुर/जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर दउरा म हे । उमन बुधवार के बस्तर म कहिन के भाजपा सरकार के परिपाटी ल विलोपित करत हुए अब बस्तर एवं सरगुजा विकास प्रधिकरन म अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चयन इहां के विधायक मन ले करे जाही। उहें उमन बस्तर के बेरोजगार मन बर छोटे उद्योग के माध्यम ले रोजगार दे के बात कहिन।
उमन कहिन के आदिवासी विकास मंत्रणा समिति के गठन कर ओला ससक्त बनाय जाही। जेखर प्रत्येक तीन माह म समीक्षा बइठक संपन्न होही। प्रदेस म पंचायती राज बेवस्था ल मजबूत करे जाही। अउ समस्त फइसले पंचायत अउ ग्राम सभा मन के माध्यम ले लिए जाही। तेंदूपत्ता खरीदी के लक्ष्य ढाई हजार मानक ले बढ़ाके चार हजार मानक कर दे गिस हे।
माओवाद ले प्रभावित मन ले होही बात
माओवादी मन ले संवाद करे के सवाल म सीएम भूपेश बघेल ह कहिन के उमन माओवादी मन ले बातचीत करे के बात कभउ नइ कहे हे। उमन कहिन के माओवाद प्रभावित क्षेत्र म रहइया जनता, स्थानीय व्यापारी अउ उहां पदस्थ सुरक्षाकर्मी मन ले बातचीत कर माओवाद समस्या के हल निकाले जाही। संग ही उमन कहिन के निरदोस आदिवासी जे जेल म बंद हे उमन के प्रकरन के जांच करे के बाद रिहा करे जाही। झीरम कांड के जांच बर बनाए गे एसआईटी के सवाल म उमन कहिन के एनआईए ल सरकार ह केस वापिस ले बर पत्र लिखे गेहे। जवाब मिलत ही एसआईटी झीरम कांड के घटना के जांच सुरू कर दे जाही।
प्रेसवार्ता के दउरान सीएम के संग कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा, जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन, चित्रकोट विधायक दीपक बैज, बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, महापौर जतिन जायसवाल समेत अन्य कांग्रेसी मन मवजूद रहिन हे।
उमन प्रदेस म सराबबंदी ल लेके कहिन के एखर बर एक हाई पावर कमेटी के गठन करे जाही। जेमा आम लोगन ल भागीदार बनाके समग्र पहलु के अध्यियन के बाद ही एमा विचार कर जाही। सराब एक सामाजिक बुराई हवय। ए नीति ल लागू करे के बाद उंखर असफलता के गुंजाईस कम हे। ए बात ल विसेस धियान रखे जाही।