महासमुंद पुलिस के एक सार्थक अउ अनोखा पहल… का हे जानव
महासमुंद: पुलिस ह अपन कर्मचारी मन अउ अधिकारी मन बर एक सार्थक अउ अनोखा पहल करत हुए एक अइसे बैंक खोलिस हे, जेमा सिरिफ पुलिस वाले सदस्य बन सकत हे. पुलिस वाले ए बैंक म हर महीना 800 रुपिया जमा करही अउ जरूरत पड़े म 5मिनट म एक लाख ले डेढ़ लाख रुपिया कम ब्याज के दर म आसानी ले लोन ले सकत हे. विभाग के आला अधिकारी एला अच्छा पहल बतावत हे.
साल 2014 म तत्कालीन एसपी ह ए बैंक के नींव रखे रहिस हे. अउ बैंक के नाम
पुलिस कर्मचारी साख अउ कल्यान सहकारी समिति मर्यादित महासंघ रखिस. 200
पुलिस सदस्य मन ले 500-500 रुपिया एकत्रित कर एक लाख ले बैंक सुरू करे
गिस हे. आज ए बैंक म 920 सदस्य हवय. ए बेरा म बैंक के तीर 2 करोड़ 74 लाख
86 हजार 944 रुपए जमा पूंजी हे. जून 2018 म पुलिसकर्मी मन के अंश राशि
500 ले बढ़ा के 800 रुपिया कर देगिस हे. अब प्रत्येक सदस्य हर महीना 800
रुपिया जमा करत हवय.
ए 5 बरिस म पुलिस बैंक ले 400 सदस्य मन ह दो करोड़ 2 लाख 37 हजार 450 का
लोन सादी, मकान बनाए, एक्सीडेंट होए, लइका मन के फीस जमा करे अउ अन्य
जरूरत पड़े म ले चुके हे. पुलिस बैंक ले 20 ले 24 महीना बर 12% वार्षिक
ब्याज दर ले लोन ले जाथे. एखर बर कोनो प्रकार के गारंटी अउ कागजात नइ ले
जाए, अउ जे सदस्य लोन नइ लेवय अउ तबादला हो जाथे. त वो सदस्य साढ़े 9
प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर ले पइसा ओखर एकाउंट म डाल के उंखर सदस्य खाता
बंद कर देय जात हे.
पुलिस बैंक ले लोन ले चुके पुलिलवाला मन के कहिना हे, दूसर बैंक म जाके
काफी भटकना पड़थे अउ ब्याज दर घलो महंगा होथे. हम पुलिसवाल मन के तीर
अतना समय नइ होवय. हमम बैंक के चक्कर लगात रहन, अइसे म ए बैंक ले हम लोगन
ल काफी मदद मिल जाथे. अइसन बैंक प्रदेस के सबो जिला म खोलना चाही.
पुलिस बैंक के संदर्भ म पुलिस अधिकारी के कहिना, ‘तत्कालीन राहत देय बर
पुलिसकर्मी मन ल लोन मिल सकय ए उद्देश्य बर ए बैंक के सुरुआत करे गिस
हे.’ गउरतलब हे ‘पुलिस बैंक ले पइसा के इस्तेमाल कोनो घटना म घायल जवान
परिजन मन ल तत्काल राशि मुहैया कराए म घलो करे जाथे. पुलिस की ए पहल
काबिले तारीफ हवय.