जय जोहार…. (Raipur) रायपुर क आनंद समाज वाचनालय म अंर्तराष्ट्रीय मातृ भाखा दिवस रविवार के डॉ विभाषा मिश्र के दो पुस्तक के विमोचन होय हे।
एक नवा सुरुआत पुस्तक म डॉ विभाषा मिश्र ह अपन कविता ल एकठन नवा अंदाज अऊ शैली के संग प्रस्तुत करे हे। उहचे ओखर दूसर किताब 36 रागनियां छत्तीसगढ़ के 36 महिला साहित्यकार मन के कविता के संकलन हे, जेमा अलग-अलग भाव ले भरे हुये आधुनिक कविता हे। जेला विभाषा मिश्र ह संपादित करे हे।
ए विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ सत्यभामा आडिल रिहिन। अध्यक्षता ल गिरीश पंकज ह करिन। विशिष्ट अतिथि के रूप म डॉ प्रेमनारायण दुबे अऊ अरविंद मिश्र उपस्थित रिहिन। उहचे वक्ता के रूप म नर्मदा प्रसाद मिश्र नरम ह अपन वक्तव्य दे हे।
(Raipur) ए मऊका म डॉ चित्तरंजन कर ह सबो झन ल अपन सुभकामना प्रेषित करिन अऊ सबो के उत्साहवर्धन करिन। मुख्य अतिथि डॉ सत्यभामा आडिल ह कहिन कि अइसनहे प्रयास छत्तीसगढ़ म साहित्यिक अभिरुचि अऊ अभिव्यक्ति दुनो म वृद्धि करही।
एखर बर सबो लेखिका बधाई के पात्र हे। समारोह ह डॉ प्रेमनारायण दुबे अऊ गिरीश पंकज ह घलो संबोधित करिन। (Raipur) डॉ विभाषा मिश्र ह सबो के धन्यवाद ज्ञापित करत हुये बताईस कि पूरा लाकडाउन म ओ हा सरलघा महिला साहित्यकार मन ले मिलत रहे ओखर कविता ल ढूंढत रिहिन अऊ चयनित कर वो हा अलग-अलग पुष्प ले ये गुलदस्ता तैयार करे हे।
वो हा बताइस कि एक नवा सुरुआत सकारात्मक भावना म लिखे गे एक अइसे किताब हे, जेन मनुष्य ल कुछु नवा करे अऊ आगू बाढ़ने के प्रेरणा देवत हे।
ए अवसर म समीर दीवान, चम्पेश्वर गिरी गोस्वामी, शशांक खरे, गिरिजा शंकर गौतम, प्रीतम दास, बजरंग मिश्र, उमाकांत मिश्र, पुरुषोत्तम चंद्राकर, आस्था तिवारी, कल्पना मिश्रा, पायल कश्यप, रोजमीना कुजुर, शुभ्रा ठाकुर, भवानी प्रधान, आभा बघेल, आरती पाठक, कुमुदिनी धृतलहरे, पायल विशाल समेत महिला साहित्यकार मन ह सामिल रिहिन।
No Comment! Be the first one.