लखपति दीदी योजना ले संवरत हे जिनगानी, कलस्टर फार्मिंग कर दीदी मन बनत हे सफल व्यवसायी
सरकार कोती ले चलाए गे लखपति दीदी योजना ले माई लोगन मन ल कलस्टर फार्मिंग के उदिम ले जोड़े जात हे। एमन ल सब्जी उत्पादन, कुकरी पालन, अऊ मक्का उत्पादन के बुता ले जोड़े जावत हे। तीन उदिम एखर सती काबर कि ए तीनों उदिम ले एखर मन के आर्थिक आय के आंकड़ा ह एक लाख ले उपर चल दे। कोण्डागांव विकासखण्ड के बादालूर वनांचल गांव के माई लोगिन मन घर दुआरी के बुता घलो करत हे अऊ संगे-संग एखर मन के नाव व्यवसाय म घलो जुड़त हे।
ए कहानी हरे बादालूर गांव के रहवईया उषा के, जेखर उपर जम्मो घर के जिमेवारी रिहिस, जेन ह आज एक सफल व्यवसायी बनके अपन परिवार के आर्थिक जरुरत बर घलो सफल साबित होवत हे। ऊषा ह कहिन कि पहिली दूसर के घर म बुता करे बर जाए। अब खुदेच सब्जी भाजी उत्पादन करत हे। ए खेती ले हर हफ्ता 1000 रुपिया ले जादा के लौकी बेच डरथे, अऊ अवईया बेरा म लौकी के खेती ले ओमन ल 12 ले 15 हजार के आमदनी मिले के उम्मीद हे। ऊषा अपन खेत म सीजन के हिसाब ले सब्जी के उत्पादन करथे। ओमन बताईन कि लघु वनोपज जईसे महुआ, साल, बीज, ईमली, टौरा के घलो संग्रहण करके ओला बेचथे। एखर ले ओमन ल अतिरिक्त 10 ले 12 हजार रुपिया के आमदनी हो जाथे। ऊषा कोर्राम आज सब्जी के खेती कर दूसर महिला मन बर प्रेरणा बन गे हे।
ऊषा के जिनगी म ए बदलाव ह बिहान कार्यक्रम ले जुड़े के बाद आए हे। बिहान के बीपीएम रैनु नेताम ह बताईन कि माई लोगन मन ल प्रेरित करे बर महिला-स्वसहायता समूह बनाके बुता करे बर बिहान के माध्यम ले ओमन ल प्रेरित करे गे हे। दस माई लोगन मन मिलके गौरी स्व-सहायता समूह बनाए हे अऊ उषा घलो ओखर सदस्य हे। समूह ले जुड़े के पहिली ओ ह एक गरीब परिवार के घर-बुता करईया महिला रिहिस। उहें उषा ल दूसर घर मजूरी के बुता करे बर घलो जाए बर पड़त रिहिस। पुरखौती खेती करे जेन म धान के फसल ही लगाए जाए।
अईसे म समूह ले जुड़के अधिकारी मन डाहर ले मां कर्मा कलस्टर संगठन मर्दापाल अंतर्गत ‘लखपती दीदी‘ पहल होईस। 5 गांव ल इन्टीग्रेटेड फार्मिंग कलस्टर के रूप म चयन के जानकारी दे गिस। जेमा 5 गांव ले 250 किसान मन ल तीन उदिम बर चयनित करे गिस। एमा मक्का उत्पादन, सब्जी उत्पादन, वनोपज संग्रहण अऊ बैकयार्ड मुर्गीपालन के बुता ले जोड़े जाना रिहिस। चुने गे गांव म बादालूर के घलो चुनई होईस। गौरी स्व-सहायता समूह के ऊषा कोर्राम ह सब्जी उत्पादन के बुता सुरू करिस। समूह संग मिलके पांच डिसमिल म लौकी के खेती प्रारंभ करिन। अब ओमन ह सफल गृहणी के संगे-संग सफल व्यवसायी घो बन हे हे।