बिसेस लेखः रीपा के उदिम ले तऊरत हे अगास.. माई लोगन मन पा लिन आर्थिक उन्नति के रद्दा
बिरकौनी गौठान म दोना पत्तल बनाके माई लोगन मन बनत हे स्वावलंबी
मनोज सिंह, सहायक संचालक (जनसंपर्क)
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पहल म ग्रामीण गरीब परिवार मन बर रोजगार अऊ आय के जरिया उपलब्ध कराए बर गांव के गौठान मन ल रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप म विकसित करे जात हे। जिहां किसम-किसम के आजीविका मूलक उदिम संचालित हे। ए योजना कोती ले पहिली चरन म जम्मो विकासखण्ड म दू-दू गौठान के चयन करे गे हे।
ग्रामीण आजीविका पार्क म ग्रामीण मन के आजीविका के संवर्धन बर शासन कोती ले मूलभूत सुविधा, आधारभूत संचरना जईसे आंतरिक सड़क, विद्युत, जल अऊ नाली के बेवस्था, वर्कशेड, भण्डारण, प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट के संगे-संग तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराए जात हे। योजना म इच्छुक स्थानीय युवा, स्व-सहायता समूह मन के चिन्हांकन करके उद्यमी मन के बिजनेस प्लान के आधार म मशीनरी अऊ बैंक ले ऋण, विभिन्न योजना मन के अंतर्गत पात्रतानुसार अनुदान, सब्सिडी अऊ शून्य ब्याज दर म ऋण ले के सुविधा घलो उपलब्ध कराए जात हे। एखर ले गौठान मन म स्थापित ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र मन म बुता करईया ग्रामीण युवा उद्यमी मन के सपना ल पंख मिलत हे।
इंडस्ट्रियल पार्क बनत हे अतिरिक्त आय के साधन
महासमुंद जिला के बिरकोनी गौठान म महिला स्व-सहायता समूह दोना पत्तल बनाए के बुता ले जुड़के अपन आमदनी घलो बढ़ात हे संगे संग अपन पैर म खड़े होए के रद्दा ओमन ल मिल गे। नारी शक्ति स्व-सहायता महिला समूह म 10 महिला मन संघरे हे। पहिली समूह के महिला मन सिरिफ पईसा बचत करे तक सीमित रिहिन बिरकोनी गौठान म महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) कोती ले स्थापित उद्यम ले महिला मन दोना पत्तल बनाए के बुता घलो शुरू कर दिन। समूह के ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर (बीपीएम) रेखा रानी नगपुरे ह बताईन कि पहिली ए बुता संगठन कोती ले करे जात रिहिस। ग्रामीण आजीविका मिशन ले ताहन मदद मिलिस अऊ अब रीपा कोती ले दोना पत्तल मशीन के आ जाए ले बड़ सहूलियत होवत हे।
हाल म रीपा म दोना पत्तल के मशीन लगाए गे हे। प्रशासन ले प्रशिक्षण के बाद बुता शुरू कर दे गिस। अभी गांव अऊ आसपास के इलाका म होवईया बिहाव म 25 हज़ार ले ज़्यादा के दोना-पत्तल बेचके 15 हज़ार रुपिया के अतिरिक्त लाभ होए हे। समूह कोती ले तैयार दोना पत्तल के मांग आसपास के गांव अऊ सहर म करे जात हे। समूह के महिला मन कहिथे कि उंखर कोती ले बनाए दोना पत्तल के बुता बड़ सुघ्घर चलत हे। एखर ले समूह ल फायदा होत हे।