बिना गुरूजी कईसे मिलही शिक्षा
शाला प्रवेशोत्सव के शोर म शिक्षक मन के कमीं के मुद्दा ह गंवा मत जाए एकर जिम्मेदारी जिम्मेदार मन उपर हे।
विशेष लेख : बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियाँ और उनकी रोकथाम
साफ पानी का सेवन, संतुलित आहार और उचित सावधानियों के माध्यम से हम इन बीमारियों से बच सकते हैं।
विशेष लेख : छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को गति देने रोड मैप तैयार
रायपुर छत्तीसगढ़ सरकार के वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में छत्तीसगढ़ को विकसित और समृ़द्ध राज्य बनाने के लिए रोड मैप की स्पष्ट रूप रेखा भी दिखती है। छत्तीसगढ़ सरकार के बजट में सेवाक्षेत्र को बढ़ावा देने की रणनीति शामिल की गई है। आईटी सेक्टर, हेल्थ डेस्टिनेशन, ईको-टूरिज्म सर्किट, वेडिंग डेस्टिनेशन, बिजनेस टूरिज्म, कान्फ्रेंस डेस्टिनेशन […]
बगिया गांव के आदिवासी किसनहा छत्तीसगढ़ के नवा मुखिया
विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ गांव म जनम, गांव म बीतिस नानपन
नवरात्रि के पहले कांग्रेस की पहली लिस्ट, छत्तीसगढ़ में 30 कैंडिडेट्स के नाम आए सामने
रायपुर। छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पहली लिस्ट जारी कर दी। नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस नेतृत्व ने ये लिस्ट जारी की। छत्तीसगढ़ की पहली लिस्ट में सीएम भूपेश बघेल समेत 30 कैंडिडेट्स के नाम शामिल हैं। भूपेश बघेल को पाटन से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं टीएस सिंह देव को अंबिकापुर से टिकट […]
सोनहा बिहान के सपना ल जीवंत करइया कलावंत दाऊ महासिंह चंद्राकर: 28 अगस्त पुण्यतिथि म सुरता
दाऊ रामदयाल चंद्राकर के सुपुत्र के रूप म गाँव आमदी म 19 मार्च 1919 के जनमे दाऊ महासिंह चंद्राकर के जुड़ाव कला डहार बचपन ले रिहिसे
सुराजी वीर अनंतराम बर्छिहा: 22 ले 28 अगस्त सुरता सप्ताह म बिसेस
सत् मारग म कदम बढ़ाके, देश-धरम बर करीन हें काम।
वीर सुराजी वो हमर गरब आय, नांव जेकर हे अनंतराम।।
सप्तऋषि के तपस्थली मुचकुंद ऋषि आश्रम.. मुचकुंद ऋषि के नाम से पड़िस जेखर नांव मेचका
घनघोर जंगल के रास्ता होवत दुर्गम घाटी ले ६०० के आसपास ऊपर सीढ़िहा लाँघत सुग्घर मनोरम दृश्य, बड़का-बड़का सरई-साजा के रुखुवा जाने-माने अवईया मन के एहर स्वागत करत हो।
19 जुलाई जयंती म सुरता: कब पूरा होही डॉ. खूबचंद बघेल के सपना…?
राज बनगे राज बनगे, देखे सपना धुआँ होगे
चारों मुड़ा कोलिहा मनके, देखौ हुआँ हुआँ होगे..
खेती किसानी संग मंत्र जगाए के परब हरेली…
सूत उठ के बिहनिया लेे गाँव के किसान मन हा अपन अपन घर लेे दार-चांऊर, नून, मिर्चा, खम्हार पान मा धर के पहाटिया कना जाथें